बिहार में जल्द से जल्द राष्ट्रपति शासन को लागू किया जाय। यह मांग की है अखिल
भारतीय कांग्रेस कमिटी के सदस्य सह सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता संजीव कुमार सिंह ने। उन्होंने यह भी कहा की नीतीश कुमार की सेवा यात्रा पर भारी पड़ रही है एक शव यात्रा। जो आरा से पटना तक आयी थी ब्रहमेश्वर मुखिया
की। इस दौरान आरा, बक्सर और पटना के क्षेत्रों में करोड़ों का नुकसान हो गया। लोगों के निजी और सरकारी वाहन फूंके गए, सांसद और विधायक पर हमले हुए, पत्रकारों पर हमले हुए । पूरा पुलिस प्रशासन मूक दर्शक बना रहा। राज्य में जातीय हिंसा फ़ैलाने लगी। राज्य का पुलिस तंत्र और गृह मंत्रालय पूरी तरह से फेल है। जहां नीतीश कुमार का कोई नियंत्रण नहीं दिखाई देता। वे कान में रुई ठूस कर भागलपुर से किशनगंज को सेवा यात्रा के लिए रवाना हो गए।
उन्होंने यह भी कहा कि बिहार के हालात पर बिहार के राज्यपाल एवं केन्द्रीय गृह मंत्रालय से शनिवार की शाम बात की गयी है। जहां देर शाम राज्यपाल ने बिहार सरकार से क़ानून और व्यवस्था पर रिपोर्ट भी तलब की है। जो बिहार सरकार के लिए शर्म की बात है। इसीलिए बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।