पितृत्व विवाद में फंसे उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी आज मंगलवार को जिला जज
राज कृष्ण गुप्ता की मौजूदगी में अपने आवास पर डीएनए टेस्ट के लिए खून का नमूना देंगे। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के सब-रजिस्ट्रार और दून अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डॉ. बीसी पाठक समेत आधा दर्जन सदस्यों का विशेष दल मौजूद होगा। तिवारी को सोमवार को भी सुप्रीम कोर्ट से इस मामले में कोई राहत नही मिली, जब तिवारी ने पूरी कार्यवाही की गोपनीयता
बनाए रखने की मांग की, लेकिन कोर्ट इसे नामंजूर कर दिया।
तिवारी के खून का नमूना लेने के लिए जाने वाली टीम के साथ कानून-व्यवस्था बनाए रखने लिए वहां पुलिस भी तैनात होगी। डीएनए टेस्ट के लिए खून का नमूना न देने संबंधी तिवारी की अर्जी सुप्रीम कोर्ट ने 24 मई को नामंजूर कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर देहरादून के जिला जज राजकृष्ण गुप्ता ने खून का नमूना लेने की तैयारी पूरी कर ली है। वे खुद टीम का नेतृत्व करेंगे। तिवारी के आवास पर पहुंचने का समय सुबह साढ़े दस बजे निर्धारित किया गया है। खून का नमूना वहीं सील कर दिया जाएगा, जिसे विशेष वाहक हैदराबाद फोरेंसिक लैब ले जाएगा।
दिल्ली हाईकोर्ट के ज्वाइंट रजिस्ट्रार भी कार्रवाई के दौरान मौजूद रहेंगे। रोहित शेखर की तरफ से वहां कौन मौजूद होगा, यह अभी पता नहीं है। पुलिस बल आवास के बाहर रह कर सुरक्षा देगा।
उधर, सोमवार को तिवारी के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की कि रोहित शेखर इस विवाद में गोपनीयता नहीं बरत रहे हैं और कोर्ट की हर कार्यवाही के बाद मीडिया से संवाद करते हैं, इस पर कोर्ट ने कहा कि किसी को मीडिया से बात करने से रोका नहीं जा सकता।

बनाए रखने की मांग की, लेकिन कोर्ट इसे नामंजूर कर दिया।
तिवारी के खून का नमूना लेने के लिए जाने वाली टीम के साथ कानून-व्यवस्था बनाए रखने लिए वहां पुलिस भी तैनात होगी। डीएनए टेस्ट के लिए खून का नमूना न देने संबंधी तिवारी की अर्जी सुप्रीम कोर्ट ने 24 मई को नामंजूर कर दी थी। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर देहरादून के जिला जज राजकृष्ण गुप्ता ने खून का नमूना लेने की तैयारी पूरी कर ली है। वे खुद टीम का नेतृत्व करेंगे। तिवारी के आवास पर पहुंचने का समय सुबह साढ़े दस बजे निर्धारित किया गया है। खून का नमूना वहीं सील कर दिया जाएगा, जिसे विशेष वाहक हैदराबाद फोरेंसिक लैब ले जाएगा।
दिल्ली हाईकोर्ट के ज्वाइंट रजिस्ट्रार भी कार्रवाई के दौरान मौजूद रहेंगे। रोहित शेखर की तरफ से वहां कौन मौजूद होगा, यह अभी पता नहीं है। पुलिस बल आवास के बाहर रह कर सुरक्षा देगा।
उधर, सोमवार को तिवारी के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की कि रोहित शेखर इस विवाद में गोपनीयता नहीं बरत रहे हैं और कोर्ट की हर कार्यवाही के बाद मीडिया से संवाद करते हैं, इस पर कोर्ट ने कहा कि किसी को मीडिया से बात करने से रोका नहीं जा सकता।