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इटालियन मधुमक्खी बेरोजगार युवाओं को दे रही रोजगार

दीपनारायण सिंह दीपक, खरीक
खरीक में इटालियन मधुमक्खी बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार का मुख्य स्रोत बन गया है। मधुमक्खी पालन से लीची उत्पादक किसानों की जिंदगी संवरने लगी है। लीची बगान में लदे मंजरों के गुच्छे बिहार के बाहर के मधुमक्खी पालकों को भी आकर्षित कर रहे हैं। लीची बगानों में इटालियन मधुमक्खी पालन से किसानों की आमदनी तो बढ़ ही रही है, साथ ही साथ बगानों में लीची फल की उत्पादकता में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। मधुमक्खी पालन व्यवसाय का गणित इटालियन मधुमक्खी पालक श्याम कुमार, अनिल कुमार, अशोक चौधरी, तूफानी सिंह आदि ने बताया कि मधुमक्खी पालन के लिए एक बक्से की कीमत तकरीबन चार से पांच सौ रुपये आती है। एक बक्से में आठ फ्रेम (मोमकीट) सहित मूल्य 12 से 24 सौ रुपये है। मधुमक्खियों की खरीदारी करनी पड़ती है। मूक बक्से की कीमत तकरीबन 3400 रुपये है। सबौर कृषि विश्र्वविद्यालय से पालक को मधुमक्खी उपलब्ध कराई जाती है। आमदनी का स्रोत 15 से 20 दिनों के सीजन में एक बक्से इटालियन मधुमक्खी से तकरीबन 40 से 50 किलोग्राम तक मधु निकल जाता है। मधुमक्खी पालक यदि एक सौ मधुमक्खी बक्से का पालन करता है तो तकरीबन 50 क्विंटल से अधिक मधु का उत्पादन सुगमता से हो जाता है। इसका बाजार मूल्य तकरीबन चार लाख 10 हजार रुपये होता है। मधुमक्खी पालक के मुताबिक इस तरह के तीन सीजन होते हैं। सबसे अधिक मधु का उत्पादन क्रंच और लीची के नमीमुक्त मंजरी में सबसे अधिक मधु का उत्पादन होता है। कहां-कहां जाते हैं व्यवसायी मधुमक्खी पालक उत्तर प्रदेश में बाजरा, तिल, कोहरा, लिप्टस के बगानों, छत्तीसगढ़ में सरबुज्जा, (जटनी) के फूल बगानों, मध्य प्रदेश में सरसों, झारखंड के क्रंच, राजस्थान के तोरी और बिहार के लीची बगानों में मधु उत्पादन के लिए जाते हैं। उत्पादित मधु का विपणन आयुर्वेदिक मेडिसीन उत्पादक कंपनियों, डाबर, केजरीवाल इत्यादि कंपनियों के अभिकर्ता सुगमता से 82 रुपये प्रति किलो की दर से बगान में ही बिक्री कर मुनाफा कमाते हैं। मधुमक्खी पालन से फायदे शुद्ध मधु का उत्पादन, परागण की क्रिया से लीची बगानों में अधिक फल लगना और पर्यावरणीय फायदे से किसान लाभान्वित हो रहे हैं। क्या कहते हैं किसान लीची उत्पादक किसान डा. रविन्द्र कुमार शर्मा, अंजनी सिंह, विकास सिंह, गणेश राय, दिवाकर कुंवर, परमानंद चौधरी आदि किसानों ने बताया कि इटालियन मधुमक्खी पालन किसानों के लिए फायदेमंद है। इसके लिए व्यापक प्रचार प्रसार विपणन, अनुदान आदि कल्याण की व्यवस्था होनी चाहिए।