गर्व की बात है कि 14 छात्रों से शुरू हुआ सर्राफ महाविद्यालय आज दस हजार छात्रों का महाविद्यालय हो गया - कुलपति
नवगछिया। बनारसी लाल सर्राफ जी का शिक्षा के प्रति समर्पण को याद करते हुए तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो डा जवाहर लाल ने कहा कि बनारसी लाल जी का सपना नवगछिया में आज साकार हुआ है। 14 विद्यार्थी से शुरू हुआ यह महाविद्यालय आज दस हजार छात्रों का महाविद्यालय हो गया। कुलपति ने कहा कि इस कालेज का मैं हर प्रकार से सहयोग करूंगा। महाविद्यालय में उत्तरोत्तर हर प्रकार से विकास हुआ है। यह मौका था बनारसी लाल सर्राफ वाणिज्य महाविद्यालय के 41 वें स्थापना दिवस समारोह का। वे इस समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
इसी दौरान कुलपति महोदय ने कालेज प्रशासन से अपील की कि यहां योग और मेडिटेशन सेंटर के अलावा ज्यादा से ज्यादा वोकेशनल कोर्स शुरू कराएं। इससे पहले उन्होंने कालेज का निरीक्षण किया। एक-एक कक्ष में जाकर पढ़ रहे विद्यार्थी से जाकर बात की। शिक्षक और कर्मचारियों से बातचीत की। कुलपति ने बीसीए कोर्स का शुभारंभ किया। कालेज में बने नवनिर्मित प्रशाल का उद्घाटन किया। साथ ही स्व बनारसी लाल सर्राफ और स्व शोभा देवी सर्राफ की प्रतिमा का अनावरण भी किया।
महाविद्यालय के 41 वें स्थापना दिवस पर पूरे कार्यक्रम का संयोजन महाविद्यालय के सचिव सह टीएमबीयू के सिनेट सदस्य डा मृत्युंजय सिंह गंगा ने आध्यात्मिक गुरु रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी के सानिध्य में किया। मृत्युंजय सिंह गंगा ने समारोह को संबोधित करते हुए कुलपति से आग्रह किया कि आप हमारे इस महाविद्यालय को नैक से मूल्यांकन कराएं। मेरा यह महाविद्यालय यूजीसी के मापदंड पर खरा उतरेगा।
स्वामी आगमानंद महाराज ने सर्राफ परिवार को विशेष रूप से आशीर्वाद देते हुए कहा कि नवगछिया में इन लोगों ने जो कार्य किए हैं, वो शिक्षा के क्षेत्र में हमेशा याद किए जाएंगे। इन लोगों ने अपना सब कुछ परमार्थ के लिए समर्पित कर दिया है। स्वामी आगमानंद ने कहा कि यहां के आचार्य,
शिक्षकेतर कर्मचारी व शासी निकाय ने कम संसाधन और कम आय में जिस तरह महाविद्यालय की सेवा की है और विद्यार्थियों को पढ़ाया वह अद्वितीय हैं। ऐसे लोग धन्य हैं। उन्हें आशीर्वाद है।
जहां विवि के साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष डा अशोक कुमार ठाकुर, महाविद्यालय के अध्यक्ष डा उग्र मोहन झा, एमएलसी डा संजीव कुमार सिंह, विवि के डा अमरकांत सिंह, डा अर्चना झा, परीक्षा नियंत्रक, जन संपर्क पदाधिकारी दीपक कुमार दिनकर, एनएसएस समन्वयक डा राहुल कुमार इत्यादि के साथ महाविद्यालय के संस्थापक सचिव संतोष सर्राफ, गोपाल सर्राफ, हर्ष सर्राफ आदि प्रमुख लोग उपस्थित थे। समारोह में सभी अतिथियों को माल्यार्पण और पुष्पगुच्छ तथा अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया। जिसका संचालन प्रो रामानंद सिंह ने किया और प्राचार्य मो नईम उद्दीन ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
मौके पर अद्वैत मिशन बौंसी शिक्षण संस्थान के चेयरमैन अरविंद जी, श्री शिवशक्ति योगपीठ से कुंदन बाबा, पंडित प्रेम शंकर भारती, राम बालक भाई आदि भी उपस्थित थे।कार्यक्रम में कालेज के एनसीसी कैडेटों ने काफी व्यवस्थाओं को संभाला। कुलपति और स्वामी आगमानंद जी महाराज को गार्ड आफ आनर दिया। छात्राओं ने कुलगीत गाए। अतिथियों के सम्मान में स्वागतगान गाए। महाविद्यालय का 41वा वार्षिक समारोह कई मायनों में इस वार ऐतिहासिक रहा। अब यहां के विद्यार्थी बीसीए भी पढेंगे।