संतमत सत्संग: तीन दिवसीय अखिल भारतीय 111वां अधिवेशन देर शाम संपन्न
ध्यान साधना सर्वोत्तम मार्ग है, इसके बिना मनुष्य मन शांत नहीं हो सकता
राजेश कानोडिया (नवबिहार समाचार), नवगछिया (भागलपुर)। अखिल भारतीय संतमत सत्संग के 111वें अधिवेशन के तीसरे और अंतिम दिन नवगछिया के भवानीपुर टावर चौक के पास भारत के कोने-कोने से आए सत्संग प्रेमियों का सैलाब उमड़ पड़ा। जहां देर शाम भागीरथ बाबा ने समापन की घोषणा की तथा धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव ने किया। सत्संग के अंतिम दिन के कार्यक्रम में आए साधु महात्माओं में गुरु शरण बाबा ने कहा कि मोक्ष को चाहते हो तो एकांत बैठकर ध्यान करें। आत्मानंद महाराज ने कहा कि मुक्ति का साधन हम लोगों को करना है। हम लोग को साधना करना चाहिए। ज्ञानसेकर महाराज ने कहा कि संसार में जिस प्राणी को ध्यान का ज्ञान नहीं है वह प्राणी आखँ रहते भी अंधा है। ध्यान के बिना हमें शांति नहीं आ सकती। ध्यान भजन सत्संग करें। आज का मनुष्य दुखी है। अगर सुखी रहना चाहते हैं तो सत्संग करना होगा। संत की शरण में रहना होगा। गुरूनन्दन महाराज ने कहा कि अपना मान भले ही टल जाए, भक्तों का मान ना टले। हमें सत्संग बड़े ही भाव और ध्यान से करना चाहिए। सत्यानंद महाराज ने कहा कि गीता को अवश्य पढ़ना चाहिए। हमें अपनी विरासत को जरूर संभाल कर रखना चाहिए। हमें गीता का ज्ञान होना चाहिए। यह महायज्ञ से भी बढ़ कर यज्ञ है। हमे अपनी विरासत को कभी नहीं भूलना चाहिए। हमें अपनी सस्कृति को नहीं भूलना चाहिए। भारत विश्व गुरु बनने जा रहा है। भारत को विश्व गुरु बनने से कोई नहीं रोक सकता। सभी संतो ने आयोजन कर्ता को अधिवेशन आयोजन करने पर साधुवाद दिया और कहा कि इस तरह का आयोजन करना कोई मामूली काम नहीं है। जो यह यज्ञ करा सकता है वे सभी तरह के यज्ञ को संपन्न करा सकते हैं। सत्संग प्रेमी पंजाब हरियाणा कोलकाता दिल्ली नेपाल एवं विभिन्न जगहो से पहुंचे थे। इस तीन दिवसीय सत्संग के कार्यक्रम को सफल बनाने में एनसीसी, बजरंग दल, क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया, कसौधन वैश्य समाज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भवानीपुर ग्रामवासी, सोहड़ा मदरौनी रंगरा के ग्रामवासी पूरे मन से लगे हुए थे। यह कहना भी गलत नहीं होगा कि पूरा नवगछिया ही साधुओं के स्वागत में लगा हुआ था। अर्जुन कॉलेज नवगछिया में साधु महात्माओं के रहने की निदेशक राजीव रंजन के द्वारा व्यवस्था की गई थी। उनके द्वारा साधु महात्माओं के खाने पीने रहने की बहुत अच्छी व्यवस्था थी। इस कार्यक्रम में कहलगांव के विधायक पवन यादव पूरे 3 दिन तक लगे हुए थे। उन्होंने सभी साधु महात्माओं एवं कार्यक्रम कत्ताओ को भागलपुरी चादर से सम्मानित किया। नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्ल्यू यादव ने अपना भरपूर सहयोग सत्संग कमेटी को दिया। इस सत्संग कार्यक्रम का लाइव साधना प्लस चैनल एवं संतमत साधना भक्ति चैनल पर दिखाया जा रहा था।
इस महाधिवेशन को सफल बनाने में महासभा के अध्यक्ष अरुण कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव, मुकेश जयसवाल, मंत्री राजेंद्र महता, राजकुमार जयसवाल, रामचंद्र शाह, महेंद्र मेहता, डॉ ललन कुमार, केवी यादव, जयप्रकाश यादव एवं अन्य तथा सत्संग कमेटी के अध्यक्ष संतोष कुमार कनोडिया, अजय यादव, नरेंद्र जयसवाल, वीरेंद्र यादव, पंकज बाबा, मीडिया प्रभारी अशोक केडिया, पुष्कर कुमार, बलराम यादव, फुल बाबा, वीरेंद्र बाबा, सुरेंद्र बाबा, त्रिपुरारी भारती, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लु यादव आदि लगे हुए थे।