ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

सहरसा : तटबंध के लगभग सभी गांवों में घुसा बाढ़ का पानी,मवेशी चारा की हुई किल्लत

सहरसा : नेपाल के तराई इलाके में लगातार हो रही बारिश व कोसी बैराज से साल का सर्वाधिक पानी छोड़े जाने के बाद बाढ़ की स्थिती भयावह हो गई है। सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल के करीब
एक दर्जन पंचायत बाढ़ के पानी से प्रभावित हो गया है। सबसे अधिक भयावह स्थिती पूर्व कोशी तटबंध के अंदर के पंचायतों का हो गया है। यहां टोलो मुहल्लों से लेकर गावों में बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा हैं। वही रविवार को सिमरी बख्तियारपुर एसडीओे सुमन प्रसाद साह,दोनों प्रखंडों सिमरी बख्तियारपुर व सलखुआ के अंचलाधिकारी धर्मेन्द्र पंडित,संजय कुमार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया।
सिमरी बख्तियारपुर प्रखंड –
इस प्रखंड के 4 पंचायत बाढ़ के पानी से प्रभावित हुआ है जिनमें बेलवाड़ा,घनपुरा,कठडुमर एवं घोघसम पंचायत सामिल हैं। इन पंचायतों के दर्जनों गांवो में बाढ़ का पानी घुस गया है। वही निचले इलाको के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है ये लोग उंचे स्थानों पर पलायन को मजबुर हो रहें हैं। वही बेलवाड़ा पंचायत के कई सड़के बाढ़ के पानी में डुब गया है। अंचलाधिकारी धर्मेन्द्र ने बताया कि प्रसाशनिक स्तर पर बाढ़ से निपटने की तैयारी कर ली गई हैं। अभी कुल 8 नावों को सरकारी स्तर पर परिचालन किया जा रहा हैं आवश्यकता पड़ने पर संख्या में इजाफा की जायेगी वही उंचे स्थानों को चिन्हित कर ली गई है साथ ही राहत शिविर की भी तैयारी कर ली गई है। सरकारी स्तर पर आदेश मिलते ही राहत कैम्प शुरू कर दी जायेगी। उन्होनें ने बताया कि इस प्रखंड के पूर्व कोशी तटबंध के अंदर की लगभग 25 हजार की आवादी पानी से प्रभावित हैं।
सलखुआ प्रखण्ड –
इस प्रखंड के आधा दर्जन पंचायत बाढ़ से प्रभावित हुआ है। सबसे खराब स्थिती पूर्व कोशी तटबंध के अंदर के गावों की जिनमें अलानी,कबीरा, सौथी,भीरखी,चिड़ैया,कबीराघाप,सहुरिया,महादेव मठ,सितुआहा डीह टोल,बनगामा,पीपरा,बगैवा आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। यहां पशु चारा के साथ लोगों के घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। पूर्व कोशी तटबंध के अंदर के लोग बांध पर आ कर रहने लगे हैं वही लोगों का कहना है कि इस बार सबसे अधिक पानी आया हैं। वही अंचलाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि करीब 40 हजार की आवादी बाढ़ से प्रभावित हुआ है वही करीब एक दर्जन सरकारी स्तर पर नावों की व्यवस्था लोगो को आवागमन के लिये चलाया जा रहा हैं। उन्होनें ने बताया कि प्रसाशनिक स्तर पर बाढ़ के किसी भी हालत से निपटने की सभी तैयारी कर ली गई है। वही जरूरत पड़ने पर नावों की संख्या में वृद्धि की जायेगी। वही स्थानिय लोगों का कहना है कि दस साल में इतना पानी अबतक नही आया था पानी तटबंध के लगभग सभी स्थानों में सट गया है। वही रविवार को भी जलस्तर में वृद्धि हो रही हैं। अगर इसी तरह जल स्तर में वृद्धि होती रही तो बाढ़ की स्थिती ज्यादा भयावह हो जायेगी।