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जेल के अंदर से रची गई दो हत्या की साजिश, 4 स्टेट में चलाए जा रहे गिरोह

छपरा। छपरा पुलिस टीम को हत्या कांड में सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने 25 जनवरी की रात में छपरा के बुटनबाड़ी मुहल्ले में गोली मार कर बर्तन व्यवसायी की हत्या कांड से पर्दा उठा ली है।उसमें अपराधी की भी पहचान कर ली गई।हत्या का कारण जमीन का विवाद सामने आया है।पुलिस अभी अपराधी के गिरोह का भी खुलासा कर दिया।हालांकि हत्यारा के नाम व पता का खुलासा पुलिस अभी नहीं की है।कारण की गिरफ्तारी में बाधा पहुंच सकती है।

छपरा मंडल कारा में बंद अरुण साह है गिरोह का सरगाना,चार स्टेट में चला रहा गैंग
अचरज की बात है कि छपरा जेल में बंद कैदी गिरोह चला रहा है।यहां तक कि दो-दो व्यवसायी की हत्या व बैंक लूटकांड सहित कई घटनाओं की साजिश जेल के अंदर ही रची गई है।पुलिस कप्तान पंकज कुमार राज के खुलासा से छपरा मंडल कारा सवालों के घेरे में आ गया है।दो दिन पहले इसी शक के आधार पर पुलिस ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जेल में छापा भी लगाया था।उसके पास से कुछ गुंडों का नाम रजिस्टर भी बरामद किया गया।पुलिस के अनुसार अरुण साह शहर के शिल्पी पोखरा के रहने वाला है।मूल निवासी आजमगढ़ यूपी के है।पुलिस कप्तान ने बताया है कि अरुण साह उड़ीसा,राजस्थान सहित चार से अधिक राज्यों में गैंग चलाता है।
 
दिघवारा में व्यवसायी की हत्या
यह बात सामने आया है कि दिघवारा में 26 जुलाई 2016 को स्वर्ण व्यवसायी सुभाष प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।मौके पर ग्रामीण जो बचाने के लिए गया था हरेन्द्र पंडित को गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।जिसमें गिरफ्तारी के बाद अपराधी बीरेंद्र सिंह ने छपरा जेल में बंद अपराधी अरुण साह के इशारे पर हत्या को अंजाम दिया था। 

उड़ीसा में हथियार के साथ गिरफ्तार बिहार के सात अपराधियों में दो इसी के गैंग के हैं
पुलिस कप्तान ने बताया कि छपरा जेल में बंद अरुण साह के गैंग बहुत ही लंबे है।उड़ीसा में हथियार के साथ 28 जनवरी को सात अपराधी पकड़े गये है।जिसमें दो बीरेंद्र सिंह जो बलिया जिला के रामामंडी के रहने वाला है और जितेन्द्र कुमार सिंह बैरिया के रहने वाला है।ये दोनों ही अरुण के गिरोह के है।इसके अलावे बलिया के रामजी सिंह,दानापुर के संतोष कुमार,बासडीह के नौसाद अहमद,दानापुर के मो.अजहरउद्दिन तथा बलिया जिले के बैरिया निवासी विशाल सिंह है।अपराधियों को डकैती की साजिश बनाते हथियार के साथ पकड़ा गया है।

रिमांड पर लेगी पुलिस
अरुण साह को पुलिस तुरंत रिमांड पर लेगी।इसके लिए विभागीय प्रक्रिया शुरु हो गई है। पुलिस का दावा है कि रिमांड पर लेने के बाद कई हत्या व लूट कांडों का खुलासा हो जायेगा।

जेल प्रशासन का जवाब: ये कैसे हो सकता है हमारे यहां कोई भी कैदी मोबाइल नहीं इस्तेमाल करता है
जेल अधीक्षक सुभाष सिंह ने कहा कि यह कैसे हो सकता है कि वार्ड में बंद कैदी मोबाइल का इस्तेमाल करेंωयहां पर कोई भी कैदी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करता है।इसके लिए समय-समय पर चेकिंग किया जाता है।अगर ऐसा था तो दो दिन पहले छापेमारी के दौरान कहां किसी के पास से मोबाइल बरामद किया गया।पुलिस जो भी रिपोर्ट दें लेकिन ऐसा नहीं है।

ऐसे रची गई साजिश दो-दो व्यवसायी की हत्या व बैंक लूटकांड की
छपरा जेल से इतनी बड़ी अपराध की साजिश रची जा रही थी और जेल प्रशासन को पता तक नहीं।पुलिस के खुलासा के अनुसार छपरा जेल से ही गिरोह ने छपरा व दिघवारा में दो व्यवसायी की हत्या की साजिश रची गई। एकमा के क्षित्रवलिया ग्रामीण बैंक से छह लाख की लूट ली गई थी।

छपरा के बर्तन व्यवसायी की हत्या के लिए दी गई थी छह लाख की सुपारी
छपरा के बुटनबाड़ी में 27 जनवरी की रात अपराधियों ने बर्तन व्यवसायी भोला प्रसाद की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।जिसमें उसके पुत्र धीरज को भी गोली लगी थी।पुलिस ने खुलासा किया है कि उसने एक जमीन खरीदी थी जिसके लिए करीब 46 लाख रुपया दिया गया था।पैसे लेने के बाद रजिस्ट्री से पहले ही व्यवसायी को गोली मार दिया गया।अपराधी बीरेंद्र जो पहले से पुलिस के हिरासत में है उसने बयान में व्यवसायी की हत्या के लिए सुपारी लेने की बात कही है।