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रेग्यूलर पिस्टल से श्वेता को मिल सकता था गोल्ड!


श्वेता चौधरी ने एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीता है। लेकिन श्वेता का परिवार मानता है कि अगर वो अपने रेग्यूलर पिस्टल के साथ निशाना साधने उतरती तो वो गोल्ड जीत सकती थी। दरअसल श्वेता की रेग्यूलर पिस्टल कागजी कार्रवाई में देरी की वजह से कस्टम में फंसी हुई थी। ऐसे में उन्हें दूसरी पिस्टल से हाथ आजमाना पड़ा।
दरअसल श्वेता की पिस्टल दक्षिण कोरिया के कस्टम विभाग में कागजी कार्रवाई पूरा नहीं होने की वजह से पड़ी रही। जब समय पर श्वेता को अपनी रेग्यूलर पिस्टल नहीं मिली तो उन्होंने दूसरा पिस्टल लेकर शूटिंग रेंज में उतरना पड़ा। नए पिस्टल से हाथ साफ नहीं होने का असर प्वाइंट्स पर पड़ना बड़ी बात नहीं है। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने की खुशी ही घरवालों के लिए बहुत बड़ी बात है।