असम के चार जिलों सहित गुवाहाटी में बरसात ने भयंकर रूप धारण कर रखा है। लगातार हो रही बरसात की वजह से गुवाहाटी में बाढ़ आ गई है। बाढ़ की वजह से अभी तक सात लोगों की मौत हो गई है। इनमें से तीन की मौत राजधानी में मुख्यमंत्री निवास के नजदीक कोइनाधाना इलाके में भूस्खलन से हुई है और अन्य चार की बिजली के करंट लगने से हुई है। इसके अलावा कई घायल हो गए। गुवाहाटी में पिछले 15 घंटे से लगातार बरसात हो रही है। लगातार हो रही बारिश की वजह से आधा गुवाहाटी शहर बाढ़ के पानी में डूब गया है। शहर के राजनगर और तरूण नगर इलाका में बाढ़ का ज्यादा असर देखने को मिला है।
मुख्यमंत्री तरूण गोगाई ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया। प्रशासन ने बाढ़ के लिए शहर में अवैध अतिक्रमण को जिम्मेदार बताया है। बाढ़ का पानी नजदीकी जिले कैमरूप में भी घुस गया है, जहां बुधवार से लगातार बरसात हो रही है। राज्य के छह जिलों में बाढ़ का असर देखने को मिल रहा है जिसमें लखीमपुर, डारंग, सोनितपुर, उडलगुरी, गुवाहाटी और कैमरूप शामिल हैं। एनडीआरएफ ने पूर्वी गुवाहाटी में बचाव कार्य शुरू कर दिया है। प्रशासन ने हेल्पलाइन शुरू कर दी है, ताकि बाढ़ प्रभावित इलाकों में बेहतर कम्यूनिकेशन स्थापित हो सके।
असम आपदा प्रबंधन अधिकारियों के मुताबिक पांच राहत शिविर खोले गए हैं। जिनमें करीब 10 हजार लोग ने बसेरा कर रखा है। बह्रापुत्र नदी नीमातीघाट में खतरे के निशान से उपर बह रही है।