पटना व बांका में हुई छापेमारी
आय से अधिक संपत्ति का मामला,
एसवीयू ने माराछापा,
कटिहार व बारसोई में एसडीओ व भागलपुर में जिला ट्रांसपोर्ट अधिकारी रहचुके है.
पशुपालन विभाग में विशेष सचिव हैं देवेंद्र
स्पेशल विजिलेंस यूनिट(विशेष निगरानी इकाई)की टीम ने पशुपालन विभाग में तैनात विशेष सचिव देवेंद्रप्रसाद के ठिकानों पर आय से अधिक संपत्ति मामले मेंगुरुवार को छापेमारी की. देवेंद्र प्रसाद के पटना स्थित दोव बांका स्थित एक ठिकाने पर छापेमारी की गयी. कुलएक करोड़ 55 लाख 19 हजार 749 रुपये की संपत्ति मिली.
उनके खिलाफ पद का दुरुपयोग कर भ्रष्ट तरीके से आय से अधिक संपत्ति अजिर्त करने का मामलाएसवीयू में दर्ज किया गया है. प्राप्त जानकारी के अनुसार पटना के बेऊर स्थित 4000 वर्गफुट में बनेआवासीय मकान व सचिवालय स्थित विशेष सचिव के कार्यालय में छापेमारी की गयी.
इसके साथ ही बांका के मकान में भी छापेमारी की गयी. एसवीयू की वर्ष 2010 के बाद यह पहली बड़ीकार्रवाई है. देवेंद्र प्रसाद मूल रूप से जहानाबाद के साहू बिगहा के निवासी हैं. ये पूर्व में आरा व बांका मेंजिला विकास आयुक्त(डीडीसी), कटिहार व बारसोई में एसडीओ व भागलपुर में जिला ट्रांसपोर्ट अधिकारी रहचुके है.
एसवीयू के पुलिस अधीक्षक एके शर्मा के नेतृत्व में छापेमारी की कार्रवाई की गयी. सीबीआइ से सेवानिवृत्त होने के बाद एक माह पूर्व ही एके शर्मा एसवीयू में तैनात हुए हैं.
250 ग्राम आभूषण, चार लग्जरी गाड़ियां व तीन हथियार बरामद : तलाशी के दौरान 10 बैंक एकाउंट वअन्य वित्तीय संस्थानों में निवेश के कागजात जब्त किये गये हैं. इसके साथ ही देवेंद्र प्रसाद व उनकी पत्नीके नाम से बैंक ऑफ बड़ौदा के पटना स्थित ब्रांच में एक लॉकर से कागजात जब्त किये गये हैं.
इसके साथ ही चार लग्जरी गाड़ियों में एक सफारी, एक आल्टो व दो स्कॉर्पियो हैं. आल्टो देवेंद्र प्रसाद नेअपने दामाद के नाम खरीदी थी. इसके साथ ही तीन लाइसेंसी हथियार भी बरामद किये गये है. इनमें एकरिवाल्वर, एक राइफल व डबल बैरल बंदूक हैं. बरामद कारतूसों में रिवाल्वर .32 के 58, राइफल 315 के80 व डीबीबीएल के 32 कारतूस शामिल हैं.
छापेमारी के वक्त दूसरी पत्नी के पास थे देवेंद्र : एसवीयू की एक टीम जब बांका स्थित पशुपालन विभागके विशेष सचिव देवेंद्र प्रसाद के घर पर पहुंची, तो उस वक्त वह अपनी दूसरी पत्नी के यहां ही मौजूद थे.छापेमारी की सूचना मिलते ही वे वहां से खिसक गये. प्राप्त सूचना के अनुसार सेवानिवृत्ति के कगार परपहुंचे देवेंद्र प्रसाद ने अपने से आधी उम्र की युवती (30-32 वर्ष) से दूसरी शादी की थी.
पहली पत्नी पटना के बेऊर स्थित मकान में रहती है. देवेंद्र ने दूसरी पत्नी को बांका में जमीन-मकानखरीद कर दिया था. जब बांका स्थित घर को सर्च किया गया, तो फ्रिज, टीवी सहित अन्य लग्जरी समानके कागजात देवेंद्र प्रसाद के ही नाम पाये गये. देवेंद्र कोतीन बेटियां व एक बेटा है. बेटा बिहार से बाहरचिकित्सक है. एसवीयू सूत्रों ने बताया कि जब पटना स्थित आवास पर छापेमारी की गयी, तब आरोपितअधिकारी की पहली पत्नी ने अधिकारियों के सामने कहा कि यह छापेमारी दूसरी पत्नी ने क रायी है. वर्ष2006 में गठन के बाद से एसवीयू ने अब तक छह मामले दर्ज किये हैं.
इनमें पहला मामला नारायण मिश्र के खिलाफ दर्ज किया गया था. इसके बाद सिंचाई विभाग के प्रधानसचिव रहे एसएस वर्मा के खिलाफ डीए केस दर्ज किया गया था. राजभाषा निदेशक, ध्रुव नारायण चौधरी,लघु सिंचाई विभाग के अभियंता प्रमुख अवेधश प्रसाद सिंह, ड्रग कंट्रोलर वाइको जायसवाल व पूर्व मुख्यअभियंता अवेधश प्रसाद (सीबीआइ ने मुंबई में ट्रैप किया था-एसवीयू को दिया था केस)के खिलाफ कांड दर्जकिया गया था.
इनमें से एसएस वर्मा व नारायण मिश्र के आवासीय परिसरों में विद्यालय खोले गये हंै. डीएन चौधरी केखिलाफ निचली अदालत ने संपत्ति जब्ती का आदेश दे दिया है, फिलवक्त मामला पटना उच्च न्यायालय में लंबित है.