नवगछिया में कोसी नदी का जलस्तर बढने से ढोढिया दादपुर पंचायत स्थित जमीनदारी बांध के सहजाधार स्लूइस गेट से पानी का तेज बहाव शुरू हो गया है।
देखते ही देखते पानी का बहाव 200 मीटर के दायरे में फैल गया। ग्रामीणों ने आनन-फानन में सुल्इस गेट लगाकर बहाव को कुछ कम किया। मालूम हो कि वर्ष 2008 में इसी बांध के ध्वस्त हो जाने से कोसी का पानी नवगछिया बाजार में प्रवेश कर गया था। स्टेशन का बाहरी परिसर भी पूरी तरह जलमग्न हो गया था। खरीक के चोरहर, ढोढिया दादपुर, कालूचक, मररडीह, नन्हकार, विषपुरिया आदि गांव भी प्रभावित हो गया था। स्थानीय लोगों ने बताया अगर दो दिनों के अंदर सहजा स्लूइस गेट को सील नहीं किया गया तो स्थिति अनियंत्रित हो जायेगी। बांध ध्वस्त होने के बाद वर्ष 2008 में यहां स्लूइस गेट बनवाया गया था। तकनीकी गड़बड़ी के कारण इससे पानी का रिसाव हो रहा है।
कोसी नदी ने खरीक प्रखंड स्थित पीपरपांती के नबटोलिया में देर रात से कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कटाव की चपेट में आने से 25 घर कोसी में विलीन हो चुके हैं। 200 अन्य घरों पर भी खतरा मंडरा रहा है। अचानक पानी बढने से पीड़ित परिवार अपने घर का एक भी सामान भी बाहर नहीं निकाल पाये।
ग्रामीणों ने बताया कि आधे घंटे में दो किलोमीटर क्षेत्र की तकरीबन दस फीट मिट्टी नदी में समा गयी। कटाव शुरू होने की खबर फैलते ही आस-पास के गांव के लोग भी रतजगा कर रहे हैं। चारो-तरफ अफरा-तफरी की स्थिति है। कटाव पीड़ितों में वीणा यादव, पंकज यादव, भूखो यादव, बासुदेव यादव, सियाराम यादव, सीको यादव, अशोक यादव, रंजीत यादव, कमलेश्वरी यादव, जयप्रकाश यादव, बाला यादव, नीरो यादव, अरुण यादव, नरेश यादव आदि शामिल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दस दिनों से आंशिक रूप से कटाव शुरू हो चुका था। ग्रामीण ज्ञानदेव यादव ने वरीय अधिकारियों को पूरे स्थिति से अवगत करा दिया है। देर रात तक मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे थे।
देखते ही देखते पानी का बहाव 200 मीटर के दायरे में फैल गया। ग्रामीणों ने आनन-फानन में सुल्इस गेट लगाकर बहाव को कुछ कम किया। मालूम हो कि वर्ष 2008 में इसी बांध के ध्वस्त हो जाने से कोसी का पानी नवगछिया बाजार में प्रवेश कर गया था। स्टेशन का बाहरी परिसर भी पूरी तरह जलमग्न हो गया था। खरीक के चोरहर, ढोढिया दादपुर, कालूचक, मररडीह, नन्हकार, विषपुरिया आदि गांव भी प्रभावित हो गया था। स्थानीय लोगों ने बताया अगर दो दिनों के अंदर सहजा स्लूइस गेट को सील नहीं किया गया तो स्थिति अनियंत्रित हो जायेगी। बांध ध्वस्त होने के बाद वर्ष 2008 में यहां स्लूइस गेट बनवाया गया था। तकनीकी गड़बड़ी के कारण इससे पानी का रिसाव हो रहा है।
कोसी नदी ने खरीक प्रखंड स्थित पीपरपांती के नबटोलिया में देर रात से कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कटाव की चपेट में आने से 25 घर कोसी में विलीन हो चुके हैं। 200 अन्य घरों पर भी खतरा मंडरा रहा है। अचानक पानी बढने से पीड़ित परिवार अपने घर का एक भी सामान भी बाहर नहीं निकाल पाये।
ग्रामीणों ने बताया कि आधे घंटे में दो किलोमीटर क्षेत्र की तकरीबन दस फीट मिट्टी नदी में समा गयी। कटाव शुरू होने की खबर फैलते ही आस-पास के गांव के लोग भी रतजगा कर रहे हैं। चारो-तरफ अफरा-तफरी की स्थिति है। कटाव पीड़ितों में वीणा यादव, पंकज यादव, भूखो यादव, बासुदेव यादव, सियाराम यादव, सीको यादव, अशोक यादव, रंजीत यादव, कमलेश्वरी यादव, जयप्रकाश यादव, बाला यादव, नीरो यादव, अरुण यादव, नरेश यादव आदि शामिल हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले दस दिनों से आंशिक रूप से कटाव शुरू हो चुका था। ग्रामीण ज्ञानदेव यादव ने वरीय अधिकारियों को पूरे स्थिति से अवगत करा दिया है। देर रात तक मौके पर कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचे थे।