रुपये की यह कमजोरी आपकी जेब पर भी हमला कर सकती है। तेल कंपनियां किसी भी समय पेट्रोल के दाम बढ़ाने का ऐलान कर सकती हैं। पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी ने भी दाम बढ़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट का रुख जारी रहने से तेल कंपनियों का आयात खर्च बढ़ गया है।
इसे देखते हुए पेट्रोल के दाम में फौरन बढ़ोतरी करना जरूरी है। डॉलर के मुकाबले रुपये का भाव 56 तक चला गया है। इसके कारण तेल कंपनियों को साल के अंत तक 72 हजार करोड़ रुपये का घाटा सहना पड़ेगा। इसे देखते हुए पेट्रोल के दाम बढ़ाने के लिए बाकी राजनीतिक पार्टियों से विचार-विमर्श किया जा रहा है।