रविवार की शाम शहर की सौंदर्यता देखते ही बन रही थी। पूरा शहर जगमग रोशनी से नहा रहा था। बाजार, सड़क, मंदिर सभी जगह समान चहल-पहल नजर आ रही थी। हर कोई माता की भक्ति में लीन था।
महानिशा पूजा और महाष्टमी का व्रत मंगलवार को होगा। यह जानकारी ज्योतिषाचार्य डा. सदानंद झा ने दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार चार अकटूबर को रात में महानिशा पूजा की जाएगी। तीन अक्टूबर सोमवार की रात्रि 2.29 बजे महाष्टमी का प्रवेश होगा और चार अक्टूबर को 1.10 बजे रात तक रहेगा। पांच अक्टूबर को सुबह सूर्याेदय के बाद श्रद्धालु महाष्टमी व्रत का पारण कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि सोमवार को पत्रिका प्रवेश और सरस्वती का आह्वान भी किया जाएगा।