स्वामी आगमानंद एवं संतों सहित सैकड़ों लोगों ने आचार्य श्रवण शास्त्री को दी समारोह पूर्वक श्रद्धांजलि
राजेश कानोड़िया, नवगछिया। श्री शिवशक्ति योगपीठ के पीठाधीश्वर श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के सानिध्य में स्थानीय बड़ी घाट ठाकुरबाड़ी में ब्रह्मलीन प्रो. डा. सत्यवान कुमार उर्फ आचार्य श्रवण शास्त्री के लिए श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। जहां स्वामी आगमानंद जी के साथ श्री शिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के स्वामी शिव प्रेमानंद भाई जी, स्वामी मानवानंद, पंडित प्रेम शंकर भारती, मनोरंजन प्रसाद सिंह, कुंदन बाबा सहित दर्जनों संख्या में योगपीठ के कार्यकर्ता मौजूद थे। स्वामी आगमानंद जी सहित सभी संतों और सैकड़ों लोगों ने आचार्य श्रवण शास्त्री के चित्र पर श्रद्धांजलि अर्पित किया। सिया राम भजो यही देहिया में भजन गाकर लोगों का यह संदेश दिया कि हमेशा ईश्वर को भजते रहें। भजन सम्राट प्रो. डा. हिमांशु मोहन मिश्र दीपक जी ने आचार्य श्रवण शास्त्री के प्रति भजन गाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया। उन्होंने- जग में आके राम नाम तू भजिहो हो, जीवन सफल बनहियो हो और मधुर-मधुर नाम सीताराम-सीताराम गाया।
मौके पर स्वामी आगमानंद जी ने कहा कि आचार्य श्रवण शास्त्री के अपना संपूर्ण जीवन सनातन धर्म, अपने समाज और ईश्वर को समर्पित कर दिया है। वे अपनी संस्कृति की रक्षा के लिए जीवन भर लगे रहे। वे वेद के ज्ञाता होने के साथ-साथ एक बेहतरीन कथा वाचक थे। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना की कि उनकी आत्मा को सद्गति प्रदान करें। वे हिंदू धर्म के स्तंभ थे। इस अवसर पर समारोह की अध्यक्षता श्री महंथ सिया बल्लभ शरण जी ने की तथा धन्यवाद ज्ञापन डा बीपी सिंह ने किया। जहां महंथ श्री नवल किशोर दास, पंडित ललित शास्त्री, पंडित कौशलेंद्र जी के साथ साथ विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष प्रवीण कुमार भगत, जदयू के नवगछिया जिलाध्यक्ष त्रिपुरारी भारती, विश्वास झा, चंदन कुमार इत्यादि ने भी अंतरंग वार्ता को साझा किया। जहां दिवंगत आचार्य श्रवण शास्त्री के पुत्र शांतनु और सत्यम को सभी ने हिम्मत दिया गया।