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नवगछिया: स्वामी आगमनांद के सानिध्य में जारी संतों के प्रवचन सुनने उमड़ रहे हैं कई जिला के श्रद्धालुगण

नवगछिया: स्वामी आगमनांद के सानिध्य में जारी संतों के प्रवचन सुनने उमड़ रहे हैं कई जिला के श्रद्धालुगण
राजेश कानोडिया, नवगछिया। इन दिनों भागलपुर के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत सुकटिया तिरासी स्थित भगवती मंदिर के सामने श्री श्री रूद्र चण्डी महायज्ञ का आयोजन जारी है। 17 जून तक यह नौ दिवसीय धार्मिक आयोजन होगा। श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के सानिध्य में काशी से यहां पहुंची मानस कोकिला हीरामणि, श्रवण शास्त्री, भजन सम्राट डा. हिमांशु मोहन मिश्र दीपक जी और पंडित प्रेम शंकर भारती बारी-बारी से कथा मंच पर प्रवचन कर रहे हैं। कुंदन बाबा लगातार यज्ञ संचालन की मानिटरिंग कर रहे हैं। एक साथ इतने संतों का प्रवचन होने से क्षेत्र में काफी उत्साह है। सुबह यज्ञ मंडप की परिक्रमा करने काफी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां स्थापित देवी-देवताओं की पूजा करते हैं। यज्ञ में मेला भी लगा है, जहां बच्चे खूब आनंद ले रहे हैं। 
वहीं गुरुवार को कथा के दौरान स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कहा कि यह आयोजन लोगों के कल्याणार्थ किया जा रहा है। इस आयोजन में सभी लोग हर प्रकार से सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने यज्ञ की महिमा की व्याख्या करते हुए कहा कि यज्ञ में वर्षा होती है। प्रदूषण पर नियंत्रण होता है। पर्यावरण की सुरक्षा होती है। लोगों को कथा श्रवण से शांति मिलती है। स्वामी आगमानंद जी महाराज ने कथा के दौरान श्री राम के बाल्य स्वरूप की चर्चा की। उन्होंने कहा कि जिस समय भगवान राम का जन्म हुआ उस समय राम के अनुपम छवि को देखने के लिए भगवान सूर्य एक माह तक अस्त ही नहीं हुए। उन्होंने भजन सुनाए- दशरथ राजदुलार, चलो छवि लूटन को। अनुपम दृश्य निहार, चलो छवि लूटन को। राम ने ऐश्वर्य स्वरूप से सभी को मुग्ध कर दिया था। इस दौरान उन्होंने एक दृश्य की व्याख्या करते हुए कहा कि भगवान राम को जब भी मौका मिलता था वे अपनी भार्या सीता के अनुपम स्वरूप की तस्वीर अपने नयनों में उतार लेते थे। 
यहां कथा मंच से शिव पुराण, भागवत कथा, राम कथा व  उपदेशात्मक कथा सुनाया जा रहा है। कलाकार लगातार भजनों की लगातार प्रस्तुति दे रहे हैं। इस अवसर पर दिन रात भंडारा का आयोजन किया गया है। जहां लोगों का प्रसाद, महाप्रसाद, जल, शर्बत आदि से सेवा की जा रही है। कथा सुनने के लिए नवगछिया, भागलपुर, बांका, सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, खगड़िया से काफी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं। सभी ने स्वामी आगमानंद जी से आशीर्वाद लिया।