कार्रवाई : बीएन कॉलेज में पहले ही दिन 3 लाख 70 हजार की हुई रिकवरी
नव-बिहार समाचार, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के मुख्यालय स्थित बीएन कॉलेज में कुलपति प्रो. जवाहर लाल के आदेश पर तात्कालिक व्यवस्था के तहत बनाए गए नए प्रोफेसर इंचार्ज पीजी जूलोजी विभाग के शिक्षक प्रो. अशोक कुमार ठाकुर ने बुधवार को पूर्वाह्न 11 बजे महाविद्यालय में योगदान दिया।
योगदान देने के बाद उन्होंने महाविद्यालय के सभी शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के साथ बैठक कर कॉलेज के सर्वांगीण विकास के लिए विचारी - विमर्श किया। मौके पर नए प्रोफेसर इंचार्ज प्रो. ठाकुर को कॉलेज के शिक्षकों और कर्मियों ने बधाई भी दी।
इधर बीएन कॉलेज के नए प्रभारी प्रधानाचार्य डा अशोक कुमार ठाकुर ने अपने पद पर योगदान देने के पहले दिन ही वित्तीय मामलों में गुणात्मक सुधार करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए लेखा शाखा की समीक्षा के दौरान एक से चार अगस्त के बीच में तत्कालीन प्रधानाचार्य डा संजय कुमार चौधरी द्वारा कर्मचारियों को अग्रिम के रूप में निर्गत किए गए कई चेक को निरस्त करने की कार्रवाई की। नतीजतन इस कार्रवाई से पहले ही दिन करीब 3 लाख 70 हजार रुपए की रिकवरी की गई। इतनी बड़ी राशि का एक दिन में ही रिकवरी करना एक बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है। नए प्रभारी प्राचार्य ने बताया की जिन कर्मचारियों के नाम से चेक निर्गत किए गए थे, उनसे रिकवरी के रूप में उसे वापस कराया गया। इसमें से अधिकांश कर्मी वैसे थे जिनका रिटायरमेंट नजदीक था।
गौरतलब हो की बीएन कॉलेज में 43 लाख से भी अधिक राशि की गलत तरीके से निकासी के आरोप में तत्कालीन प्रधानाचार्य डा संजय कुमार चौधरी का स्थानांतरण मदन अहिल्या महिला महाविद्यालय नवगछिया कर दिया गया। वहीं बीएन कॉलेज में कुलपति ने नए प्रोफेसर इंचार्ज के रूप में पीजी जूलोजी के शिक्षक डा अशोक कुमार ठाकुर को जिम्मेवारी दी।
नवनियुक्त प्रोफेसर इंचार्ज डा अशोक कुमार ठाकुर ने कहा की कुलपति के नेतृत्व में महाविद्यालय का चतुर्दिक विकास होगा। बीएन कॉलेज की शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था चाक - चौबंद और पारदर्शी बनाई जाएगी। उन्होंने सभी शिक्षकों और कर्मियों से पूरी तत्परता और समर्पण के साथ महाविद्यालय के विकास में सहयोग करने की अपील की है।
नव नियुक्त प्रोफेसर इंचार्ज ने कहा की उन्होंने योगदान के पहले दिन ही महाविद्यालय की व्यवस्था में सुधार करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए। उन्होंने कहा की कुलपति ने जिस उम्मीद और भरोसा के साथ उन्हें उस कॉलेज में प्रभारी प्रधानाचार्य की जिम्मेवारी सौंपी है, उसका वे बखूबी निर्वहन करेंगे।
डा ठाकुर ने कहा की पहले दिन महाविद्यालय के व्यवस्था से संबंधित सभी चीजों की अद्यतन जानकारी ली गई। कार्यालय कर्मियों को कई जरूरी निर्देश भी दिए गए। वर्ग तालिका को अपडेट कर कक्षाओं के सुचारू संचालन के निर्देश दिए गए। परीक्षा प्रपत्र भराए जाने वाले काउंटर पर विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित शुल्क से छात्रों को अवगत कराने के लिए सूची चिपकाई गई। उन्होंने कहा की यदि कोई कर्मी निर्धारित शुल्क से ज्यादा की मांग करें तो छात्र उसकी तुरंत सूचना प्रधानाचार्य को दें। दोषी कर्मियों पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इसके लिए प्रभारी प्राचार्य ने अपना मोबाइल नंबर भी सार्वजनिक किया। काउंटरों पर प्राचार्य के मोबाइल नंबर चिपकाए गए।
पीआरओ डा दीपक कुमार दिनकर ने बताया की कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कहा है की किसी भी कीमत पर वित्तीय गड़बड़ी और अनियमितताएं बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वित्तीय गड़बड़ी करने वाले संस्था प्रधान पर तुरंत सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा की वित्तीय अनियमितता एक संज्ञेय अपराध है। ऐसे मामलों में दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। बीएन कॉलेज मामले में कुलपति के कार्रवाई से अन्य कॉलेजों में भी हड़कंप की स्थिति बनी रही। वीसी ने कहा की अन्य सभी कॉलेजों के एकाउंट्स की भी जांच जल्द कराई जाएगी। जिस कॉलेज में वित्तीय गड़बड़ी मिलेगी वहां के प्रधानाचार्य को कार्रवाई की जद में लाया जाएगा। वीसी ने गठित कमिटी के सदस्यों को बीएन कॉलेज मामले की जांच शुरू कर रिपोर्ट देने को कहा है।