उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ सूर्योपासना का महापर्व छठ संपन्न
राजेश कानोडिया (नव-बिहार समाचार), नवगछिया/भागलपुर। खास कर बिहार में मनाया जाने वाला लोक आस्था एवं सूर्योपासना का महापर्व छठ शुक्रवार को प्रातः उदीयमान भगवान भास्कर को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही संपन्न हो गया। व्रतियों ने घर पहुंच पारण किया और उनका 36 घंटे का निर्जला उपवास समाप्त हुआ। इससे पूर्व गुरुवार की शाम को भी श्रद्धालुओं ने अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया। छठ महापर्व को लेकर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्र में अवस्थित गंगा तट, तालाब, नहर के अलावा जगह- जगह पर बनाए गए कृत्रिम छठ घाटों पर भगवान भास्कर को अर्घ्य देने के लिए व्रती और श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी।
इस पर्व के दौरान सबसे बड़ी बात यह दिखी कि अमीरी-गरीबी और जाति का भेदभाव मिट सा गया। अर्घ्य अर्पित कर श्रद्धालुओं ने सुख-समृद्धि और शांति के साथ छठी मैया से अमरता का वरदान मांगा। छठ वह प्राचीन पर्व है, जिसमें राजा और रंक एक घाट पर माथा टेकते हैं। एक देवता को अर्घ्य देते हैं और एक बराबर आशीर्वाद पाते हैं। इस दौरान नवगछिया नगर में भी नगर परिषद द्वारा कई जगहों पर कृत्रिम घाट बनाये गए थे जहां श्रद्धालुओं ने शांति पूर्वक अर्घ्य दिया।