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"ब्राह्मण बनिया भारत छोड़ो" जेएनयू में लिखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण

"ब्राह्मण बनिया भारत छोड़ो" जेएनयू में लिखा जाना दुर्भाग्यपूर्ण
नव-बिहार समाचार, नवगछिया। संपूर्ण वैश्य समाज के युवा नगर अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शरारती तत्वों द्वारा रात के अंधेरों में दीवारों पर ब्राम्हण भारत छोड़ो-बनिया भारत छोड़ो के नारे लिखना दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि आखिर ऐसी मानसिकता के लोग देश को किस दिशा में ले जाना चाहते है? ब्राह्मण जाति युगों से सनातन में पूजनीय रहा है। ब्राह्मण के बिना इतिहास की कल्पना नहीं की जा सकती और बनिया जाति देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। बनिया समाज का देश की अर्थव्यवस्था में 80 प्रतिशत से अधिक योगदान है। देश के सुप्रसिद्ध यूनिवर्सिटी में एक जेएनयू में ऐसा लिखा जाना अत्यंत शर्मनाक है। ऐसे मानसिकता और नफरती लोगो का पता लगाकर जल्द से जल्द कड़ी करवाई की जाए, जिससे देश की एकता और अखंडता बनी रहे ।