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गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से नवगछिया के तीनटंगा दियारा में फिर कटाव शुरू, पांच घर विलीन

गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से नवगछिया के तीनटंगा दियारा में फिर कटाव शुरू, पांच घर विलीन
नव-बिहार समाचार, रंगरा (नवगछिया)। इन दिनों गंगा नदी का जलस्तर एक बार फिर से बढ़ने के कारण भागलपुर जिला के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत रंगरा प्रखंड क्षेत्र के तीनटंगा दियारा उत्तरी पंचायत के ज्ञानी दास टोला में गंगा के रौद्र रूप ने भीषण कटाव का रूप इख्तियार कर लिया है। शुक्रवार को सुबह से लेकर शाम तक में आधे दर्जन लोगों के घर कटाव की भेंट चढ़ चुका है। इसके अलावे दर्जनों घर कटाव मुहाने पर आ गया है। गंगा का यह भीषण रौद्र रूप देख कर लोग कलेजा पीट पीटकर रो रहें हैं। साथ ही आनन फानन में अपने पक्के के घरों को भी तोड़ने में जुट गए हैं। कटाव का आलम ये है कि पीड़ीत परिवारों के पास खाने के भी लाले पड़ गए हैं। वहीं दूसरी भीषण कटाव को देखते हुए जल संसाधन विभाग के कटाव निरोधी टीम ने अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। तीनटंगा दियारा के ज्ञानीदास टोला के लोग अपने को अब भगवान भरोसे मानते हुए बेआसरा होकर कटाव को अपनी नियति समझने लगे हैं। जलसंसाधन विभाग की तरह ही स्थानीय प्रशासन भी कटाव पीड़ित परिवारों की तरफ से मुंह फेर लिए हैं। 

                   लिहाजा एक बार फिर कटाव की दस्तक से हजारों की आबादी एक विस्थापित होने को मजबूर हो गए हैं। एक तरफ जहां कटाव  दियारावासियों के लिए अभिशाप बन गया है, तो वहीं दूसरी तरफ जल संसाधन विभाग के लिए यह एक आम बात हो गई है। 

ताजा जानकारी के अनुसार राजेश मंडल शिक्षक, दिनकर मंडल, राजकुमार ठाकुर, योगेन्द्र ठाकुर, विजय ठाकुर के घर गंगा नदी के कटाव में समा गए वे लोग हैं। पंचायत के मुखिया गणेश प्रसाद मंडल एवं जदयू प्रखंड अध्यक्ष भोला मंडल, समाजसेवी विनोद मंडल, भाजपा नेता राजकुमार रजक, कन्हैया मंडल, विकास मंडल, भाजयुमो नेता मनोज मंडल आदि ने कहा कि अब तक सैकड़ों लोग अपना घर बार छोड़कर यहां से पलायन कर चुके हैं। अब जो लोग बचे हुए हैं उन्हें भी अपना सब कुछ छोड़कर यहां से पलायन करना पड़ेगा। हमलोग मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित तमाम स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं जल संसाधन विभाग के वरीय पदाधिकारियों से कई बार गुहार लगा चुके हैं। मगर न तो जल संसाधन विभाग के द्वारा और न ही स्थानीय प्रशासन के द्वारा कटाव रोकने के लिए और पीड़ीत परिवारों को मदद के लिए कोई ठोस कदम उठाया जा रहा है।