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सदन से वाक आउट कर बोले तेजस्वी, RSS की गोद में जा बैठे सीएम नीतीश

पटना : एनडीए सरकार ने जैसे ही विश्वासमत हासिल किया वैसे ही आरजेडी सदन से वाक आउट कर गई. उसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मीडिया से मुखातिब हुए. उन्होंने यहां भी नीतीश कुमार पर जम कर भड़ास निकाला. उन्होंने कहा कि मैंने सदन में कई सवाल पूछे. जिसका जवाब न तो माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास था और न ही भारतीय जनता पार्टी के पास.  सीएम नीतीश कुमार अब आरएसएस की गोद में जा बैठे हैं. बीजेपी में जाने की तैयारी नीतीश कुमार 8-9 महीने से कर रहे थे. तेजस्वी यादव तो बस एक बहाना है. सिर्फ एक व्यक्ति की छवि बनाने के लिए 4 साल में 4 सरकार बदल दी गई. जनता ठगी हुई महसूस कर रही है. इसके लिए जिम्मेदार कौन है ? विधानसभा स्पीकर से गुप्त मतदान की मांग राजद ने की लेकिन अस्वीकार कर दिया गया.

इससे पहले सदन में भी तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर खूब हमला बोला.  सदन में बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को नेता प्रतिपक्ष घोषित किया गया. इसके बाद तेजस्वी यादव ने अपना भाषण शुरू किया. उन्होंने अपने भाषण में नीतीश कुमार पर जम कर हमला बोला. उन्होंने कहा कि यदि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को पुत्र मोह होता तो आज तेजस्वी  सीएम बने होते. उन्हें तो भाई मोह था इसलिए नीतीश कुमार को सीएम बना दिया.

तेजस्वी यादव सदन में  लगातार नीतीश कुमार पर हमला बोलते रहे. तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता ने महागठबंधन को 5 सालों के लिए चुना. नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के साथ धोखा किया है. यह जनता का अपमान है. इसका जवाब चाहिए. 4 साल में 4 सरकार इसका जवाब चाहिए.  तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र की हत्या हुई है. सिर्फ एक आदमी के छवि बनाने के लिए यह सब कुछ किया गया है. बीजेपी सत्ता की लालची है.  नीतीश कुमार को जीवित करने का काम हमने किया.  उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का यह कैसा सिद्धांत है. पूरी तरह से उनके परिवार को राजनीतिक रूप से फंसाया गया है. अगर आपमें हिम्मत थी तो आप मुझे बर्खास्त करते. आपने मुझसे इस्तीफा भी नहीं माँगा.

तेजस्वी ने कहा कि मेरे घर रेड हुआ तो नीतीश जी राजगीर चले गए. लालू जी पर तो पहले से चारा घोटाला का केस चल रहा था. तो क्यों हमारा अस्तित्व बचाने के लिए हमारे साथ आये ? उन्होंने कहा कि केस तो नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर भी है फिर दोनों ने क्यों ली शपथ ? उन्होंने कहा कि 28 साल का नौजवान बीजेपी से नहीं डरा लेकिन नीतीश कुमार डर गए. संघियों से डर गए हैं नीतीश कुमार.

जब बिहारियों के डीएनए  पर सवाल उठाया तो नीतीश कुमार ने इसे बिहार का अपमान बताया था पर, अब बिहार की जनता से क्या कहेंगे नीतीश कुमार ?