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फ्लोर टेस्ट शुरू : तेजस्वी बने नेता प्रतिपक्ष, कहा- नीतीश ने की लोकतंत्र की हत्या

पटना : विधानसभा के विशेष सत्र की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है.  विधानसभा स्पीकर विजय चौधरी विश्वास ने  प्रस्ताव रखा. 

वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को विपक्ष का नेता घोषित किया गया है. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सदन में बोलना शुरू कर दिया है. साथ ही राजद के सभी विधायक सदन के अंदर भी हंगामा कर रहे हैं.

तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता ने महागठबंधन को 5 सालों के लिए चुना. नीतीश कुमार ने बिहार की जनता के साथ धोखा किया है. यह जनता का अपमान है. इसका जवाब चाहिए. 4 साल में 4 सरकार इसका जवाब चाहिए.  तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में लोकतंत्र की हत्या हुई है. सिर्फ एक आदमी के छवि बनाने के लिए यह सब कुछ किया गया है. बीजेपी सत्ता की लालची है.  नीतीश कुमार को जीवित करने का काम हमने किया.  उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार का यह कैसा सिद्धांत है. पूरी तरह से उनके परिवार को राजनीतिक रूप से फंसाया गया है. अगर आपमें हिम्मत थी तो आप मुझे बर्खास्त करते. आपने मुझसे इस्तीफा भी नहीं माँगा.

तेजस्वी ने कहा कि मेरे घर रेड हुआ तो नीतीश जी राजगीर चले गए. लालू जी पर तो पहले से चारा घोटाला का केस चल रहा था. तो क्यों हमारा अस्तित्व बचाने के लिए हमारे साथ आये ? उन्होंने कहा कि केस तो नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर भी है फिर दोनों ने क्यों ली शपथ ? उन्होंने कहा कि 28 साल का नौजवान बीजेपी से नहीं डरा लेकिन नीतीश कुमार डर गए. संघियों से डर गए हैं नीतीश कुमार.

जब बिहारियों के डीएनए  पर सवाल उठाया तो नीतीश कुमार ने इसे बिहार का अपमान बताया था पर, अब बिहार की जनता से क्या कहेंगे नीतीश कुमार ? उन्होंने कहा कि यदि लालू प्रसाद को पुत्र मोह होता तो आज तेजस्वी सीएम होते. भाई मोह में लालू जी ने नीतीश को सीएम बनाया.

बता दें कि बुधवार को मची सियासी उठा पाठक के बीच नीतीश कुमार ने 4 साल बाद एक बार फिर एनडीए का दामन थाम बिहार में सरकार बना ली. जिसके बाद आज शुक्रवार को नीतीश कुमार विधानसभा के विशेष सत्र में विश्वास प्रस्ताव पेश करने का दावा किया. वे इसके लिए आज सदन पहुँच कर 131 एनडीए विधायकों के समर्थन का दावा पेश किया. वहीं राजद भी सदन में हंगामा करते हुए गुप्त मतदान कराये जाने की मांग कर रहा है.  राजद का दावा है कि जदयू के 24 विधायक उनके संपर्क में हैं.