ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

आरबीआई ने दिया होली गिफ्ट, तीन महीने बाद हटाई एटीएम से पैसे निकालने की रोक

नईदिल्ली। RBI कैश निकालने की सीमा से रोक हटा ली है। आज से विभिन्न खातों से कैश निकालने पर लगी सभी प्रकार की सीमाएं समाप्त हो जाएंगी।


होली के त्योहार पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने देशवासियों को तोहफा दिया है। आज(23 मार्च) से आप अपने सेविंग अकाउंट से मनचाहा कैश निकाल सकेंगे। शीर्ष बैंक ने कैश निकालने की सीमा से रोक हटा ली है। आज से विभिन्न खातों से कैश निकालने पर लगी सभी प्रकार की सीमाएं समाप्त हो जाएंगी। बता दें इससे पहले आरबीआई ने सेविंग अकाउंट्स से हर सप्ताह अधिकतम 50 हजार रुपये निकालने की सीमा तय की थी।

बता दें पीएम मोदी ने पिछले साल आठ नवंबर को रात आठ बजे 500 और 1000 के नोट बंद कर दी थे जिसके बाद कैश निकासी पर लिमिट तय की थी। शुरुआत में एटीएम से 2000 रुपए रोजाना निकालने की इजाजत थी, जिसे बाद में इसे बढ़ाकर 2500 रुपए कर दिया गया। आरबीआई ने इस सीमा को 31 दिसंबर 2016 को फिर से रिवाइज किया गया और 1 जनवरी 2017 से लागू नियम के मुताबिक एटीएम से 4500 प्रतिदिन कैश निकालने की अनुमति दी गई। फिर एक फरवरी से लोगों को अपने खातों से सप्ताह में 24 हजार रुपये निकालने की छूट दी थी। हालात सुधरे तो फिर से 20 फरवरी लोगों को और राहत दी गई, जिसके तहत ग्राहको के लिए एक सप्ताह में 50 हजार रुपये निकालने की मंजरी दी।

बता दें कि आम लोगों व छोटे कारोबारियों को बड़ी राहत देते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने सोमवार (30 जनवरी) को एटीएम व चालू खातों से दैनिक नकदी निकासी पर सीमा को समाप्त कर दिया था, लेकिन बचत बैंक खातों से निकासी पर 24000 रुपए की साप्ताहिक सीमा जारी रखी थी। केंद्रीय बैंक ने इसके साथ ही वादा किया था कि प्रणाली में नकदी लौटने की गति को ध्यान में रखते हुए वह साप्ताहिक सीमा पर भी भविष्य में फिर से विचार करेगा। केंद्रीय बैंक ने कहा था,‘बाजार में गई नकदी के बैंक में लौटने की गति की समीक्षा करने के बाद पूर्व की स्थिति को आंशिक रूप से बहाल करने का फैसला किया गया है।’

नोटबंदी के बाद 13 दिसंबर को जारी किए गए आरबीआई ने अपने एक वक्तव्य में कहा था कि लगभग 12.44 लाख करोड़ के नोट वापस आ चुके हैं। 8 नवंबर के पहले बाजार में कुल 15.44 लाख करोड़ की नकदी मौजूद थी। नोटबंदी पर देश के कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि 30 दिसंबर तक लगभग 13 से 13.5 लाख करोड़ के पराने नोट जमा हो जाएंगे। इससे पहले 1978 में तत्कालीन सरकार ने अध्यादेश के जरिये नोटबंदी लागू की थी।