बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि बीजेपी दिल्ली में सरकार नहीं बना रही है। गडकरी के इस बयान से उन सारे कयासों पर विराम लग गया है जिसमें कहा जा रहा था कि बीजेपी गठजोड़ कर दिल्ली में सरकार बना सकती है। गडकरी के बयान से ये सवाल उठाता है कि क्या बीजेपी ने दिल्ली में सरकार बनाने से हाथ खींच लिए हैं। हालांकि इससे पहले कल आईबीएन7 से खास बाचतीत में बीजेपी के दिल्ली प्रभारी प्रभात झा ने कहा था कि सारे ऑप्शन खुले हुए हैं और केंद्रीय नेतृत्व इस पर जल्द फैसला ले सकती है।
वहीं आज आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी उसके विधायकों को तोड़कर सरकार बनाने की कोशिश कर रही है। आप विधायक राजेश गर्ग ने दावा किया कि बीजेपी के कुछ नेताओं ने उनसे संपर्क किया और समर्थन देने के लिए लालच दिया। राजेश गर्ग ने इस संबंध में एक वीडियो रिकॉर्डिंग होने का भी दावा किया है, जिसमें बीजेपी के लोग आम आदमी पार्टी के विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।
इस पर आम आदमी पार्टी के नेता गोपाल राय ने कहा कि अगर दिल्ली में केंद्र सरकार की नाक नीचे ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है। वहीं बीजेपी का कहना है कि उनकी तरफ से कोई जोड़तोड़ नहीं किया जा रहा है। बीजेपी के मुताबिक अगर दिल्ली में मजबूत सरकार के लिए उन्हें कोई समर्थन देना चाहता है तो वो उसका स्वागत करेंगे।
उधर निर्दलीय विधायक रामबीर शौकीन ने बीजेपी के सरकार बनाने पर समर्थन देने की बात की है। रामबीर का कहना है कि उनके साथ आम आदमी पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिन्नी भी बीजेपी को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। इससे पहले खबर आई थी कि कांग्रेस के कुछ विधायक भी बीजेपी के संपर्क में हैं और उनसे बीजेपी के लिए समर्थन मांगने की कोशिश की जा रही है। हालांकि कांग्रेस ने इस खबर का खंडन करते हुए बीजेपी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी के पास 28 विधायक हैं, जबकि बीजेपी-अकाली दल ने 32 सीटें जीतीं थीं। लेकिन विधायकों के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद अब तीन सीटें खाली हो गईं। ऐसे में बीजेपी के पास कुल 29 सीटें हैं। जबिक दिल्ली में सरकार बनाने के लिए कम से कम 34 सीटों की जरूरत है।