इन दिनों नवगछिया पुलिस जिला में सीरियल क्राइम का सिलसिला चालू है। जो नए साल के दूसरे ही दिन से चालू होकर अब तक जारी है। इस सिलसिले में 2 जनवरी को खरीक थाना क्षेत्र में महिला से पचास हजार की लूट, 3 जनवरी को परवत्ता थाना क्षेत्र में गरैया के पास ट्रैक्टर चालक का अपहरण के बाद लूट, 4 जनवरी को गोपालपुर थाना क्षेत्र के सैदपुर में सरे शाम पंकज की हत्या, 5 जनवरी को बोलेरों चालक की हत्या कर बोलेरों की लूट और अब 6 जनवरी को खरीक थाना क्षेत्र में ही एनएच पर बाइक सवार से बाइक और नकदी की लूट की घटना हुई है।
जानकारी के अनुसार यह बाइक सवार बिहपुर की तरफ से आ रहा था। जिसे नवगछिया जाना था। खरीक चौक से आगे बढ़ते ही उसे हथियार के बल पर रोक कर मारा पीटा गया। इसके बाद नगदी और बाइक लूट ली गयी। इस घटना की पुष्टि एसपी शेखर कुमार ने भी की है। घटना के समय खरीक थानेदार का मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। जबकि तीन दिन पहले भी इसी थाना क्षेत्र में एक महिला से पचास हजार की लूट की घटना हुई थी। इसके बावजूद सुरक्षा का यह आलम था।
आश्चर्य की बात तो यह है कि जहां सूबे के पुलिस महानिदेशक रोजाना अपराध का ग्राफ नीचे करने की बात कर रहे हैं। रोजाना अपने अधिकारियों को नया नया टास्क दे विवरण तक मांग रहे हैं। वहीं अपराध पर लगाम लगाने के लिए 21 वर्षों पहले बने पुलिस जिला नवगछिया में अपराध बेलगाम बढ़ते जा रहे हैं। जहां अब तक कई कांडों का उद्भेदन तक नहीं हो पाया है।
यह अलग बात है कि जहां नवगछिया के वर्तमान एसपी शेखर कुमार रात में स्वयं गश्ती करते हैं। वहाँ के थानेदार भला क्या करते हैं? जिनकी जांच करने वाला कोई पदाधिकारी शायद है ही नहीं। जहां लोगों में आम धारणा है कि अधिकांश थानेदार रात में अन्यत्र कहीं चले जाते हैं। कई का मोबाइल तक स्विच ऑफ रहता है। चाहे घटना या दुर्घटना होती रहे।