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भाजपा के एकता मार्च के दौरान नवगछिया में नहीं दिखी एकता


भाजपा द्वारा 15 दिसम्बर को लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर आयोजित एकता मार्च नवगछिया में भी निकाला गया। जिसके दौरान नवगछिया जिला भाजपा में स्वयं एकता का घोर अभाव देखा गया। जो एक चर्चा का विषय बन गया है।
इस मौके पर निकाले गये एकता मार्च में जहां बिहपुर विधायक कुमार शैलेंद्र, सांसद प्रतिनिधि प्रवीण कुमार भगत, जिला अध्यक्ष सुबोध सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष सुरेश भगत, महा मंत्री चंद्र किशोर शर्मा, मंत्री मुकेश राणा, नगर अध्यक्ष नरेश प्र0 साह, गोपालपुर के कई नेता सहित कई प्रमुख लोगों की मौजूदगी देखी गयी।
वहीं इस एकता मार्च के दौरान कई प्रमुख लोगों की उपस्थिति भी खल रही थी। जो जगह जगह चर्चा का विषय बना है। इस दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष साहू, महन्थ नवल किशोर दास, पूर्व महामंत्री मनोज कुमार पांडेय, पूर्व महिला जिला अध्यक्ष पूनम चौरसिया, अनंत साहू, शंभु प्रसाद सिंह, किसान मोरचा के पूर्व जिलाध्यक्ष परमानंद चौधरी, वरिष्ठ नेता पंचानंद सिंह, जनसंघ के काल से सक्रिय सत्य प्रकाश झा, फ ूलेंद्र मिर्श, महेंद्र यादव, विरेंद्र कुमार उर्फ बिट्ठल बाबा, दिनेश कुमर, अरविंद चौधरी को अनुपस्थित देखा गया। 
इतना ही नहीं इस एकता मार्च में भारतीय जनता युवा मोर्चा तथा अल्प संख्यक मोर्चा के भी लोग नदारत दिखे। जबकि भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कुणाल गुप्ता का निवास नवगछिया ही है और वो नवगछिया में ही थे। युवा मोर्चा के कोई अधिकारी या सदस्य भी इस एकता मार्च में नजर नहीं आ रहे थे। 
इन सबसे अलग जहां भाजपा के कद्दावर नेता शाहनवाज़ हुसैन का संसदीय क्षेत्र है नवगछिया। जिनके संसदीय चुनाव में सबसे ज्यादा इसी क्षेत्र के मतों का सहयोग मिला था। जहां के अल्पसंख्यक समुदाय में सांसद की अच्छी पकड़ है। जिनके लिए सांसद ने कई आवश्यक कार्य भी किए हैं। इसके बावजूद इस एकता मार्च में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की मौजूदगी नदारत दिखी। जबकि भाजपा के हर छोटे से बड़े कार्यक्रम के दौरान अल्पसंख्यक समुदाय के कई कार्यकर्ता हमेशा नजर आते हैं। 
भाजपा के नवगछिया में आयोजित इस एकता मार्च की स्थिति से लोगों को भाजपा की एकता में खतरा नजर आने लगा है। जिसका असर आने वाले लोक सभा चुनाव में भी परिलक्षित हो सकता है। यदि समय रहते भाजपा अपने संगठन पर ध्यान नहीं देती है तो यह मामूली चूक वाला खतरा बड़ा खतरा साबित हो सकता है।