बरकत व रहमत का महीना रमजान का चांद मंगलवार को नहीं दिखा. अब रमजान का
पहला रोजा गुरुवार से और तराबीह बुधवार से सभी मसजिद में शुरू होंगे.
खानकाह-ए-शहबाजिया मौलानाचक के सज्जादानशीन
सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी हुजूर मियां साहब ने बताया कि रमजान का चांद दिखने की शहादत कहीं से नहीं मिली है. उर्दू की 30 तारीख के अनुसार बुधवार को रमजान का चांद होगा. गुरुवार से रमजान का पहला रोजा शुरू होगा. तराबीह बुधवार से जिले के सभी मसजिदों में आरंभ होगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि रमजान के पवित्र माह में ज्यादा से ज्यादा इबादत करें. अपने गुनाहों की अल्लाह से माफी मांगे. खानकाह-ए-पीर दमड.िया के सैयद शाह अली सज्जाद आलम ने भी रमजान का चांद नहीं होने की बात कही है. रमजान के मौके पर लोगों से कहा कि ज्यादा से ज्यादा इबादत करे. शेख शाह सूफी मो वली आलम वली हुसैनाबाद ने बताया कि उर्दू के 29 तारीख के अनुसार मंगलवार को रमजान का चांद दिखने की पुष्टि कहीं से नहीं हुई है. अत: रमजान का पहला रोजा गुरुवार से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि रमजान का पवित्र महीना बरकतों व रहमतों के साथ अल्लाह को राजी करने का है. इस माह में ज्यादा से ज्यादा समय इबादत में गुजारे. रमजान का चांद को लेकर मगरीब की नमाज के बाद से लोग एक -दूसरे से मोबाइल पर चांद होने की जानकारी लेते रहे. जब लोगों को पता चला कि चांद नहीं हुआ है, तो लोग शांत हुए.
सैयद शाह इंतेखाब आलम शहबाजी हुजूर मियां साहब ने बताया कि रमजान का चांद दिखने की शहादत कहीं से नहीं मिली है. उर्दू की 30 तारीख के अनुसार बुधवार को रमजान का चांद होगा. गुरुवार से रमजान का पहला रोजा शुरू होगा. तराबीह बुधवार से जिले के सभी मसजिदों में आरंभ होगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि रमजान के पवित्र माह में ज्यादा से ज्यादा इबादत करें. अपने गुनाहों की अल्लाह से माफी मांगे. खानकाह-ए-पीर दमड.िया के सैयद शाह अली सज्जाद आलम ने भी रमजान का चांद नहीं होने की बात कही है. रमजान के मौके पर लोगों से कहा कि ज्यादा से ज्यादा इबादत करे. शेख शाह सूफी मो वली आलम वली हुसैनाबाद ने बताया कि उर्दू के 29 तारीख के अनुसार मंगलवार को रमजान का चांद दिखने की पुष्टि कहीं से नहीं हुई है. अत: रमजान का पहला रोजा गुरुवार से शुरू होगा. उन्होंने कहा कि रमजान का पवित्र महीना बरकतों व रहमतों के साथ अल्लाह को राजी करने का है. इस माह में ज्यादा से ज्यादा समय इबादत में गुजारे. रमजान का चांद को लेकर मगरीब की नमाज के बाद से लोग एक -दूसरे से मोबाइल पर चांद होने की जानकारी लेते रहे. जब लोगों को पता चला कि चांद नहीं हुआ है, तो लोग शांत हुए.