नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत मिल्की ( बिहपुर ) में डेंगू पीड.ित की हुई पहचान
भागलपुर के निजी नर्सिंग होम में चल रहा था इलाज, रविवार को कराया गया रेफर
भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल में इस साल भी डेंगू ने दस्तक दे दी है. जिसकी वजह से नवगछिया शहर सहित पूरे अनुमंडल के लोग चिंतित हो रहे हैं . जिसके लिए कोई खास अभियान भी चालू नहीं किया जा सका है
. अनुमंडल के बिहपुर प्रखंड अंतर्गत मिल्की गांव के एक बालक को डेंगू से पीड.ित होने की पुष्टि हो गयी है. आदमपुर स्थित स्नेह नर्सिंग होम में तीन साल के गुलाबसा का इलाज डॉ अजय कुमार सिंह कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इस बालक में डेंगू के लक्षण पाये गये थे.
रविवार को परिजनों को प्लेटलेट्स की जांच करवा कर रिपोर्ट लाने को कहा गया था. परिजनों ने वहां से रेफर करा लिया है एवं दूसरे जगह फिलहाल इलाज करवा रहे हैं. डेंगू की खबर मिलते ही जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सतर्क हुआ और मरीज की खोज की जा रही है कि उसका इलाज कहां किया जा रहा है.
प्लेटलेट्स काउंट कम होने पर किया रेफर : बिहपुर के मिल्की गांव निवासी मोहम्मद रिजवान के तीन वर्षीय पुत्र गुलाबसा को बुखार की शिकायत होने पर स्थानीय चिकित्सक से जांच करायी गयी. इसके बाद भी जब स्थिति नहीं सुधरी तो 21 जून को उसे आदमपुर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भरती कराया गया. रविवार को उसका प्लेटलेट्स काउंट कम होने लगा तो चिकित्सक ने उसे जांच कराने को कहा. पर परिजनों ने मरीज को रेफर करा लिया और किसी दूसरे जगह इलाज करा रहे हैं. डॉ अजय सिंह ने बताया कि उसकी स्थिति में सुधार हो गया था पर अचानक प्लेटलेट्स काउंट कम हो गया. बेहतर इलाज के लिए उसे मायागंज स्थित जेएलएनएमसीएच रेफर किया गया है. इसके बाद वह कहां इलाज करा रहा है मालूम नहीं है. उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन के यहां से भी एक कर्मचारी मरीज की खोज करने आये थे.
क्या कहते हैं भागलपुर के सिविल सर्जन
पिछली बार भी यह बीमारी फैली थी. सभी मरीजों का इलाज किया गया था. इस बार जो सूचना मिली है उस मरीज की खोज कर रहे हैं और जिला के सभी प्रखंडों व अस्पतालों को भी निर्देश जारी किया गया है कि वे डेंगू से संबंधित मरीजों का प्राथमिक इलाज गंभीरता से करें. डेंगू जांच के लिए किट खरीद कर अस्पतालों में दिये जायेंगे. जिस मरीज के डेंगू पीड.ित होने की बात कही जा रही है, वह बेहोशी अवस्था में आया था और उसे ट्यूबरक्लोसिस मेनेंजाइटिस की शिकायत थी. उसके रीढ. से पानी निकाल कर जांच की गयी थी. कई बार जांच में फॉल्स डेंगू भी निकल जाता है. उसकी दोबारा जांच कराने के बाद ही डेंगू की पुष्टि हो सकती है.
डॉ यूएस चौधरी, सिविल सर्जन
भागलपुर के निजी नर्सिंग होम में चल रहा था इलाज, रविवार को कराया गया रेफर
भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल में इस साल भी डेंगू ने दस्तक दे दी है. जिसकी वजह से नवगछिया शहर सहित पूरे अनुमंडल के लोग चिंतित हो रहे हैं . जिसके लिए कोई खास अभियान भी चालू नहीं किया जा सका है
. अनुमंडल के बिहपुर प्रखंड अंतर्गत मिल्की गांव के एक बालक को डेंगू से पीड.ित होने की पुष्टि हो गयी है. आदमपुर स्थित स्नेह नर्सिंग होम में तीन साल के गुलाबसा का इलाज डॉ अजय कुमार सिंह कर रहे थे. उन्होंने बताया कि इस बालक में डेंगू के लक्षण पाये गये थे.
रविवार को परिजनों को प्लेटलेट्स की जांच करवा कर रिपोर्ट लाने को कहा गया था. परिजनों ने वहां से रेफर करा लिया है एवं दूसरे जगह फिलहाल इलाज करवा रहे हैं. डेंगू की खबर मिलते ही जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग सतर्क हुआ और मरीज की खोज की जा रही है कि उसका इलाज कहां किया जा रहा है.
प्लेटलेट्स काउंट कम होने पर किया रेफर : बिहपुर के मिल्की गांव निवासी मोहम्मद रिजवान के तीन वर्षीय पुत्र गुलाबसा को बुखार की शिकायत होने पर स्थानीय चिकित्सक से जांच करायी गयी. इसके बाद भी जब स्थिति नहीं सुधरी तो 21 जून को उसे आदमपुर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में भरती कराया गया. रविवार को उसका प्लेटलेट्स काउंट कम होने लगा तो चिकित्सक ने उसे जांच कराने को कहा. पर परिजनों ने मरीज को रेफर करा लिया और किसी दूसरे जगह इलाज करा रहे हैं. डॉ अजय सिंह ने बताया कि उसकी स्थिति में सुधार हो गया था पर अचानक प्लेटलेट्स काउंट कम हो गया. बेहतर इलाज के लिए उसे मायागंज स्थित जेएलएनएमसीएच रेफर किया गया है. इसके बाद वह कहां इलाज करा रहा है मालूम नहीं है. उन्होंने बताया कि सिविल सर्जन के यहां से भी एक कर्मचारी मरीज की खोज करने आये थे.
क्या कहते हैं भागलपुर के सिविल सर्जन
पिछली बार भी यह बीमारी फैली थी. सभी मरीजों का इलाज किया गया था. इस बार जो सूचना मिली है उस मरीज की खोज कर रहे हैं और जिला के सभी प्रखंडों व अस्पतालों को भी निर्देश जारी किया गया है कि वे डेंगू से संबंधित मरीजों का प्राथमिक इलाज गंभीरता से करें. डेंगू जांच के लिए किट खरीद कर अस्पतालों में दिये जायेंगे. जिस मरीज के डेंगू पीड.ित होने की बात कही जा रही है, वह बेहोशी अवस्था में आया था और उसे ट्यूबरक्लोसिस मेनेंजाइटिस की शिकायत थी. उसके रीढ. से पानी निकाल कर जांच की गयी थी. कई बार जांच में फॉल्स डेंगू भी निकल जाता है. उसकी दोबारा जांच कराने के बाद ही डेंगू की पुष्टि हो सकती है.
डॉ यूएस चौधरी, सिविल सर्जन
ये हैं लक्षण
तेज बुखार आना,
तेज बुखार आना,
कमजोरी आना, रह-रह कर चमकी आना,
प्लेटलेट्स काउंट कम हो जाना
ऐसे करें बचाव
घरों में पानी का जमाव न होने दें
घर के आसपास या बेड रूम में गमले न रखें
मच्छरदानी लगा कर सोएं
बरतन में पानी अधिक दिनों तक स्टोर कर न रखें
घरों में पानी का जमाव न होने दें
घर के आसपास या बेड रूम में गमले न रखें
मच्छरदानी लगा कर सोएं
बरतन में पानी अधिक दिनों तक स्टोर कर न रखें