नवगछिया तथा भागलपुर एवं आसपास के इलाकों में पिछले तीन दिनों से बारिश
होने के कारण जहां जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है | वहीं तापमान में गिरावट दर्ज की गई है जिससे मौसम सुहावना हो गया है । इस दौरान
लोग घरों में दुबके हैं | सड़कें सुनी नजर आ रही हैं | सिर्फ आवश्यक कार्य से ही लोग बाहर निकल रहे हैं | इसके साथ ही इस वर्षा से खेती का मामला सीधा जुड़ा है | जहां किसान लीची और आम के लिए नुकसानदेह बता रहे हैं | वहीं मक्का की फसल के लिए इसे काफी लाभ दायक बता रहे हैं |
शुक्रवार को भागलपुर का न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस, गया का 20.5 डिग्री, पटना का 20.1 डिग्री और पूर्णिया का 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पटना में पिछले चौबीस घंटे के दौरान 92.2 मिलीमीटर तो गया में 91.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए़ क़े सेन ने शुक्रवार को बताया कि यह मौसम मानसून आने का पूर्व संकेत है। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है। इसलिए मौसम में बदलाव हुआ है। सेन के मुताबिक बिहार में 10 जून तक मानसून की बौछार पड़ने की पूरी संभावना है।
लोग घरों में दुबके हैं | सड़कें सुनी नजर आ रही हैं | सिर्फ आवश्यक कार्य से ही लोग बाहर निकल रहे हैं | इसके साथ ही इस वर्षा से खेती का मामला सीधा जुड़ा है | जहां किसान लीची और आम के लिए नुकसानदेह बता रहे हैं | वहीं मक्का की फसल के लिए इसे काफी लाभ दायक बता रहे हैं |
शुक्रवार को भागलपुर का न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस, गया का 20.5 डिग्री, पटना का 20.1 डिग्री और पूर्णिया का 23.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विज्ञान केन्द्र के अनुसार पटना में पिछले चौबीस घंटे के दौरान 92.2 मिलीमीटर तो गया में 91.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
मौसम विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए़ क़े सेन ने शुक्रवार को बताया कि यह मौसम मानसून आने का पूर्व संकेत है। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। हवा में नमी की मात्रा बढ़ गई है। इसलिए मौसम में बदलाव हुआ है। सेन के मुताबिक बिहार में 10 जून तक मानसून की बौछार पड़ने की पूरी संभावना है।