माकपा विधायक अजित सरकार हत्याकांड में करीब 50 महीने बाद बाहुबली
राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव थोड़ी
देर पहले बेऊर जेल से बाहर निकल गये। पटना हाईकोर्ट ने उन्हें विधायक हत्याकांड में बरी कर दिया था। इसके
बाद ही पप्पू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हुआ। जेल के बाहर उनके प्रशंसकों की इतनी भीड़ थी कि कुछ पल के लिए हालात मुश्किल हो गए।
देर पहले बेऊर जेल से बाहर निकल गये। पटना हाईकोर्ट ने उन्हें विधायक हत्याकांड में बरी कर दिया था। इसके
बाद ही पप्पू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हुआ। जेल के बाहर उनके प्रशंसकों की इतनी भीड़ थी कि कुछ पल के लिए हालात मुश्किल हो गए।
बेऊर जेल के बाहर बड़ी तादाद में पप्पू यादव के समर्थक आज सुबह से ही
जमे हुए थे। पप्पू यादव की पत्नी व पूर्व सांसद रंजिता रंजन और राजद विधायक
भाई दिनेश जेल गेट पर समर्थकों के साथ मौजूद थे। रंजिता रंजन अभी कांग्रेस
में हैं। पप्पू यादव खुद राजद के सांसद और विधायक रह चुके हैं। पप्पू यादव
ने कहा कि उन्हें कोर्ट ने न्याय दिया।
विधायक अजित सरकार हत्याकांड में सीबीआई की विशेष अदालत ने पप्पू यादव
के साथ बाहुबली राजन तिवारी और अनिल यादव को फरवरी 2008 में उम्रकैद की
सजा सुनायी थी। हाल ही में विशेष अदालत के उस फैसले को पटना हाईकोर्ट ने
पलटते हुए सभी आरोपियों को बरी करने का आदेश दिया था। 14 जून 1998 को
लड़ाकू विधायक अजित सरकार की पूर्णिया में गोली मारकर तब हत्या कर दी गयी
थी जब वह एक गांव से लौट रहे थे।