नवगछिया में पिछले दिनों हुई व्यवसायी पुत्र आलोक की हत्या असर महा शिवरात्रि के मौके पर महादेव की बारात में भी साफ दिखा | जहां महज खानापुरी के नाम पर शिव विवाह की रश्म पूरी की गयी | वहाँ युवकों और लोगों में कोई खास उत्साह नजर नहीं आ रहा था |
हर साल जहां शिव बारात के दौरान कई तरह के गाजे बाजे , कई प्रकार की नृत्य टोलियाँ, मोर मोरनी का आकर्षक नाच, शिवाला की विशेष सजावट इत्यादि शामिल होते थे | वहाँ इस साल महा शिव रात्रि समिति के कर्मठ सदस्य आलोक कुमार की साजिश के तहत कुछ ही दिन पहले हुई हत्या के कारण सब कुछ फीका फीका सा लग रहा था | गौशाला स्थित जगतपति नाथ महादेव मंदिर सिर्फ रंग रोगन तक ही सीमित रह गया | इसी बीच आलोक की हत्या के बाद से सभी सदस्यों का उत्साह कम होने के कारण मंदिर की आकर्षक सजावट नहीं की जा सकी | साथ ही निकाली गयी शिव बारात को मात्र तीन ही बाजे के साथ शहर भ्रमण कराया गया | जिसमें कोई नृत्य मंडली भी नजर नहीं आई |
महा शिवरात्रि समिति के सचिव कृष्ण कुमार साह ने बताया कि जहां हर साल इस मौके पर रात्रि जागरण का कार्यक्रम होता था | वहाँ इस साल भजन संध्या का कार्यक्रम कर काम चलाया जाएगा |
जबकि इस मौके पर नवगछिया नया टोला और महदत्तपुर स्थित शिव मंदिर से भी पूरे उत्साह और उमंग के साथ शिव बारात निकाली गयी | जो देर रात तक क्षेत्र में भ्रमण कराया गया |
हर साल जहां शिव बारात के दौरान कई तरह के गाजे बाजे , कई प्रकार की नृत्य टोलियाँ, मोर मोरनी का आकर्षक नाच, शिवाला की विशेष सजावट इत्यादि शामिल होते थे | वहाँ इस साल महा शिव रात्रि समिति के कर्मठ सदस्य आलोक कुमार की साजिश के तहत कुछ ही दिन पहले हुई हत्या के कारण सब कुछ फीका फीका सा लग रहा था | गौशाला स्थित जगतपति नाथ महादेव मंदिर सिर्फ रंग रोगन तक ही सीमित रह गया | इसी बीच आलोक की हत्या के बाद से सभी सदस्यों का उत्साह कम होने के कारण मंदिर की आकर्षक सजावट नहीं की जा सकी | साथ ही निकाली गयी शिव बारात को मात्र तीन ही बाजे के साथ शहर भ्रमण कराया गया | जिसमें कोई नृत्य मंडली भी नजर नहीं आई |
महा शिवरात्रि समिति के सचिव कृष्ण कुमार साह ने बताया कि जहां हर साल इस मौके पर रात्रि जागरण का कार्यक्रम होता था | वहाँ इस साल भजन संध्या का कार्यक्रम कर काम चलाया जाएगा |
जबकि इस मौके पर नवगछिया नया टोला और महदत्तपुर स्थित शिव मंदिर से भी पूरे उत्साह और उमंग के साथ शिव बारात निकाली गयी | जो देर रात तक क्षेत्र में भ्रमण कराया गया |