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महिलाओं को सुरक्षा देने के मामले में रेलवे फिसड्डी

देश के सबसे बड़े यातायात नेटवर्क रेलवे में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. ट्रेनों में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के बावजूद महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध लगातार बढ़ रहे हैं. ये बात खुद रेल मंत्रालय ने कही है.
रेलवे मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2012 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 210 मामले दर्ज किए गए. साल 2011 में 127 मामले दर्ज हुए थे, जबकि साल 2010 में महिलाओं के खिलाफ अपपाध के 85 मामले दर्ज हुए थे. बलात्कार के मामलों की बात करें तो साल 2012 में सात मामले सामने आए, जबकि 2011 में तीन मामले दर्ज किए गए थे.
जहां तक गिरफ्तारियों का सवाल है तो साल 2010 में 120 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं महिलाओं के खिलाफ अपराध के आरोप में 2011 में 146 लोगों का गिरफ्तारी हुई तो 2012 में ये आंकड़ा बढ़कर 170 पर पहुंच गया.
देश के रेलवे नेटवर्क में सुरक्षा की जिम्मेदारी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स और गवर्मेंट रेलवे पुलिस की है. वहीं, महिलाओं के लिए चलाई जाने वाली विशेष ट्रेनों की सुरक्षा लेडी रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के जिम्मे है.