नवगछिया के व्यवसायी पुत्र आलोक कुमार के हत्याकांड की साजिश से पर्दा उठाने की मांग ने ज़ोर पकड़ना शुरू कर दिया है | जिसके तहत भाकपा माले की जिला कमेटी ने मामले की जांच कर कहा कि इस हत्याकांड की गंभीरता से जांच की जरूरत है | वहीं अंग उत्थानांदोलन समिति भागलपुर द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री (दिल्ली ) के अलावा बिहार के
राज्यपाल, मुख्यमंत्री, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक और लोकायुक्त को फ़ैक्स संदेश भेज कर सही न्याय की गुहार लगायी गयी है |
इस मामले में भाकपा माले की जिला कमेटी की टीम हत्या की साजिश के शिकार आलोक कुमार के घर भी पहुंची | जहां शोकाकुल परिवार को सांत्वना भी दी | इस टीम में शामिल माले के नवगछिया प्रखण्ड सचिव रामदेव सिंह ने कहा कि इस हत्याकांड में जिस मोबाइल सीम का उपयोग किया गया है | वह किसका है तथा उसे कैसे प्राप्त हुआ | अकेले इस हत्या को कैसे अंजाम दिया | यह पूरी तरह से जांच का मामला है | अगर प्रेम प्रसंग का मामला है तो आलोक के घर वालों को सूचना क्यों नहीं दी गयी | इस टीम में रामदेव सिंह के अलावे निरंजन भारती, राधेश्याम रजक, पुरुषोत्तम दास एवं वकील मण्डल शामिल थे |
इसके अलावा अंग उत्थानांदोलन समिति भागलपुर ने 7 मार्च गुरुवार को बैठक कर इस हत्याकांड में संलिप्त बचे शेष लोगों का पता कर उसे जल्द गिरफ्तार करने, न्यायिक हिरासत में बंद आलोक हत्याकांड के मुखी आरोपी अखिलेश साव एवं कोमल कुमारी पर स्पीडी ट्रायल के तहत कार्रवाई कर फांसी देने की मांग की गयी | साथ ही अखिलेश साव एवं कोमल कुमारी के चरित्र की जांच कराने की भी मांग की गयी | जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष गौतम सुमन ने की |
जहां न्यायिक हिरासत में बंद अखिलेश साव द्वारा होनहार आलोक के प्रति दिये गए बयान की आलोचना भी की गयी | साथ ही यह भी कहा गया कि पुलिस द्वारा मोबाइल काल डिटेल के आधार पर स्पष्ट हो गया है कि घटना वाली रात 11 बजकर 02 मिनट पर अखिलेश की बेटी कोमल ने फोन कर आलोक को अपने घर बुलाया था | उनके घर अपनी जान आफत में देख आलोक ने 11 बजकर 07 मिनट पर घर वालों को इसकी सूचना देनी चाही | जहां मौजूद अपराधियों ने आलोक का मोबाइल छिन लिया और स्वीच ऑफ कर दिया |
इस बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि आलोक की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत की गयी है | जिसमें कम से कम 7 या 8 लोग शामिल होंगे | लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई कि अखिलेश को रिमांड पर लेकर शेष बचे लोगों को भी गिरफ्तार किया जाय | वहीं लोगों ने यह आशंका भी व्यक्त की कि अखिलेश द्वारा किसी शातिर मास्टर माइंड का नाम छुपाया जा रहा हो | इस मौके पर समिति के केंद्रीय महासचिव डा0 जयंत जलद, ज्ञानी चौधरी, सुनील कुमार लाल, राज कुमार सेठ, भावेश झा, संजय सिंह, आशुतोष कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे |
राज्यपाल, मुख्यमंत्री, गृह सचिव, पुलिस महानिदेशक और लोकायुक्त को फ़ैक्स संदेश भेज कर सही न्याय की गुहार लगायी गयी है |
इस मामले में भाकपा माले की जिला कमेटी की टीम हत्या की साजिश के शिकार आलोक कुमार के घर भी पहुंची | जहां शोकाकुल परिवार को सांत्वना भी दी | इस टीम में शामिल माले के नवगछिया प्रखण्ड सचिव रामदेव सिंह ने कहा कि इस हत्याकांड में जिस मोबाइल सीम का उपयोग किया गया है | वह किसका है तथा उसे कैसे प्राप्त हुआ | अकेले इस हत्या को कैसे अंजाम दिया | यह पूरी तरह से जांच का मामला है | अगर प्रेम प्रसंग का मामला है तो आलोक के घर वालों को सूचना क्यों नहीं दी गयी | इस टीम में रामदेव सिंह के अलावे निरंजन भारती, राधेश्याम रजक, पुरुषोत्तम दास एवं वकील मण्डल शामिल थे |
इसके अलावा अंग उत्थानांदोलन समिति भागलपुर ने 7 मार्च गुरुवार को बैठक कर इस हत्याकांड में संलिप्त बचे शेष लोगों का पता कर उसे जल्द गिरफ्तार करने, न्यायिक हिरासत में बंद आलोक हत्याकांड के मुखी आरोपी अखिलेश साव एवं कोमल कुमारी पर स्पीडी ट्रायल के तहत कार्रवाई कर फांसी देने की मांग की गयी | साथ ही अखिलेश साव एवं कोमल कुमारी के चरित्र की जांच कराने की भी मांग की गयी | जिसकी अध्यक्षता समिति के अध्यक्ष गौतम सुमन ने की |
जहां न्यायिक हिरासत में बंद अखिलेश साव द्वारा होनहार आलोक के प्रति दिये गए बयान की आलोचना भी की गयी | साथ ही यह भी कहा गया कि पुलिस द्वारा मोबाइल काल डिटेल के आधार पर स्पष्ट हो गया है कि घटना वाली रात 11 बजकर 02 मिनट पर अखिलेश की बेटी कोमल ने फोन कर आलोक को अपने घर बुलाया था | उनके घर अपनी जान आफत में देख आलोक ने 11 बजकर 07 मिनट पर घर वालों को इसकी सूचना देनी चाही | जहां मौजूद अपराधियों ने आलोक का मोबाइल छिन लिया और स्वीच ऑफ कर दिया |
इस बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि आलोक की हत्या एक सोची समझी साजिश के तहत की गयी है | जिसमें कम से कम 7 या 8 लोग शामिल होंगे | लोगों ने प्रशासन से गुहार लगाई कि अखिलेश को रिमांड पर लेकर शेष बचे लोगों को भी गिरफ्तार किया जाय | वहीं लोगों ने यह आशंका भी व्यक्त की कि अखिलेश द्वारा किसी शातिर मास्टर माइंड का नाम छुपाया जा रहा हो | इस मौके पर समिति के केंद्रीय महासचिव डा0 जयंत जलद, ज्ञानी चौधरी, सुनील कुमार लाल, राज कुमार सेठ, भावेश झा, संजय सिंह, आशुतोष कुमार सहित दर्जनों लोग मौजूद थे |