बिहार के सीवान जिले के पचरुखी थाना क्षेत्र में तीन लड़कियों के कथित अपहरण के बाद ग्रामीणों ने लड़कियों को जींस, टी-शर्ट पहनने और मोबाइल फोन रखने पर पाबंदी लगा दी है। फरमान नहीं मानने पर लड़कियों के अभिभावक से बतौर जुर्माना 10 हजार रुपये वसूलने का फैसला लिया गया है।
पुलिस
के अनुसार रविवार को मखनुपुर गांव में ग्रामीणों की एक बैठक में लड़कियों
को जींस, टी-शर्ट या अन्य भड़काऊ कपड़े पहनने पर पाबंदी लगा दी। पंचायत ने
लड़कियों को मोबाइल फोन का भी इस्तेमाल नहीं करने को कहा है। इस फैसले को
नहीं मानने वालों से जुर्माना वसूलने के लिए बतौर एक 11 सदस्यीय समिति का
गठन किया गया है।
एक
पुलिस अधिकारी ने बताया कि ग्रामीणों के एक समूह ने किसी लड़की को अपने घर
से बाहर जींस टी-शर्ट पहने हुए या मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते पाए जाने
पर 10 हजार रुपये जुर्माना वसूलने का फैसला लिया है। एक ग्रामीण सत्येंद्र
शर्मा ने कहा कि मोबाइल फोन और जींस एवं टी-शर्ट ने हमारे समाज में प्रेम
संबंधों को बढ़ावा देने और पलायन सहित कई तरह की बुराइयां पैदा की हैं।
गौरतलब
है कि पचरुखी थाना के मखनुपुर गांव से दसवीं की दो छात्रा और पेंगवारा से
एक छात्रा का शुक्रवार की शाम से अतापता नहीं है। ग्रामीणों का आरोप है कि
लड़कियों का कथित रूप से अपहरण कर लिया गया है। तीन दिन गुजर जाने के बाद
भी पुलिस की ओर से कोई कारगर कदम नहीं उठाए जाने से आक्रोशित लोगों ने
रविवार को पंचरुखी थाना का घेराव किया था और जमकर नारेबाजी की थी।
पिछले
तीन महीने में राज्य भर की करीब आधा दर्जन ग्राम पंचायतें लड़कियों और
महिलाओं के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर पाबंदी लगा चुकी हैं और उन्हें
भड़काऊ कपड़े नहीं पहनने के लिए कहा है।