देश की राजधानी दिल्ली में 23 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप करने वाले छह आरोपियों के खिलाफ अब हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा. इस मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से स्पेशल कमिश्नर ऑफ पुलिस(लॉ एंड ऑर्डर) धर्मेंद्र कुमार ने एक बयान जारी किया है. साथ ही उम्मीद जताई है कि तीन जनवरी तक दिल्ली पुलिस इस मामले में चार्जशीट दाखिल कर देगी.
उन्होंने बताया कि दोषियों पर कत्ल की धारा 302 आईपीसी भी लगाई जाएगी.
धर्मेंद्र
कुमार ने बताया कि दोषियों को कड़े से कड़ा दंड दिलाने की कोशिश की जाएगी.
दिल्ली पुलिस की ओर से उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने की अपील की.
पीड़िता
का शनिवार को सिंगापुर में एक अस्पताल में निधन हो गया. दिल्ली पुलिस ने
एक किशोर सहित सभी छह आरोपियों के खिलाफ पहले दुष्कर्म का मामला दर्ज किया
था. बाद में पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला भी जोड़ दिया.
पुलिस
के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया कि आरोपियों के खिलाफ अब इस मामले को
भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत हत्या के आरोप में बदल दिया जाएगा.
सभी
छह आरोपी फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं. पुलिस ने कहा है कि
कथित रूप से नाबालिग होने का दावा करने वाले एक आरोपी की सही उम्र का पता
लगाने के लिए जांच की जा रही है.
सभी
आरोपी दक्षिणी दिल्ली के झुग्गी बस्तियों के रहने वाले हैं. 16 दिसम्बर की
रात आरोपियों ने 23 वर्षीया युवती को और उसके मित्र को मुनिरका से द्वारका
तक छोड़ने की बात कह कर बस में बिठा लिया था.
बस
के चलते ही उसमें पहले से सवार आरोपियों ने युवती से छेड़खानी शुरू कर दी.
विरोध करने पर आरोपियों ने युवती और उसके मित्र की लोहे की छड़ से पिटाई
की और युवती के साथ दुष्कर्म किया. लगभग 40 मिनट बाद आरोपियों ने दोनों को
महिपालपुर इलाके में सड़क पर फेंक दिया.
घटना
के दौरान बस इलाके के मुख्य मार्गो सहित पुलिस नियंत्रण कक्ष के वाहन के
बगल से भी गुजरी थी. लेकिन बस के रंगीन शीशों और पर्दो के कारण वारदात का
पता नहीं चल सका था.
बाद में भारतीय
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के एक गश्ती वाहन ने दोनों
पीड़ितों को सड़क पर पड़ा देखकर पुलिस को सूचना दी थी.
राजधानी
के सफदरजंग अस्पताल में गम्भीर अवस्था में दोनों को ले जाया गया, जहां से
युवक को उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. जबकि पीड़ित युवती को गम्भीर चोटों
की वजह से इलाज के लिए सिंगापुर ले जाया गया था.