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दूसरे राज्यों से ज्यादा सुरक्षित हैं बिहार में महिलाएं

दिल्ली दुष्कर्म कांड के बाद बिहार पुलिस ने महिलाओं को निशाना बनाकर होने वाली आपराधिक घटनाओं को खंगालना आरंभ किया है। बिहार पुलिस के पास अकेले दुष्कर्म का जो आंकड़ा है, उसके अनुसार इस वर्ष अब तक 823 महिलाओं के साथ बिहार में बलात्कार की घटनाएं हो चुकी हैं। छेड़खानी की 444 और दहेज हत्या की 1105 घटनाएं हुईं हैं।

दुष्कर्म के आंकड़ों का एक विश्लेषण यह भी है कि इस वर्ष नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की जो रिपोर्ट 2011 के संबंध में आई है, उसके अनुसार बलात्कार के मामले में पूरे देश में बिहार का स्थान 11 वां है। यहां दुष्कर्म के 934 कांड दर्ज हुए जो पूरे देश में रिपोर्ट किए गए कांडों का 3.9 प्रतिशत है। 3406 कांडों के साथ मध्यप्रदेश की हिस्सेदारी 14.1 प्रतिशत की रही और वह पहले नंबर पर है। उत्तरप्रदेश में 2042 कांड दर्ज हुए और वह दुष्कर्म की घटनाओं में देश में तीसरे नंबर पर है। पश्चिम बंगाल का स्थान 2363 की संख्या के साथ दूसरा है।
दहेज को लेकर महिलाओं की हत्या का सिलसिला बिहार में थमने का नाम नहीं ले रहा। अक्टूबर 2012 तक का जो आंकड़ा पुलिस मुख्यालय के पास है उसके अनुसार अब तक 1106 महिलाओं की दहेज हत्या रिपोर्ट की जा चुकी है। एनसीआरबी की रिपोर्ट में पिछले वर्ष इस मामले में बिहार की हिस्सेदारी 16.4 प्रतिशत रही। बिहार का स्थान पूरे देश में दूसरे नंबर पर रहा। पहला स्थान उत्तर प्रदेश का है जिसके हिस्सेदारी इस तरह के कांड में 26.9 प्रतिशत है।