गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही बढोत्तरी से खरीक प्रखंड के राघोपुर गांव गंगा की भेंट चढ़ने लगा है। मंगलवार को भी कटाव को देखते हुए दस घर उजाड़ लिये गए हैं। जहां गंगा उफना रही है वहीं देर रात तक स्थिति के और गंभीर होने की आशंका है।
कटाव की गंभीरता को देखते हुए भागलपुर के आयुक्त मिन्हाज आलम ने राघोपुर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया। आयुक्त ने कार्य करा रहे जल संसाधन विभाग के एसडीओ ललन बैठा से कहा कि 24 घंटे के अंदर कार्य पूरा करने के लक्ष्य के लिये मजदूरों की संख्या 1000 करने एवं कटाव निरोधी कार्य का समान का स्टॉक जमा कर गांव बचाने का हर उपाय करें।
मौके पर कटाव पीडि़त ग्रामीण सुमित सागर, उपमुखिया बाल्मीकि मंडल, राजेश कुमार, कृष्ण जयसवाल समेत सैकड़ों की संध्या में पहुंचे ग्रामीणों ने आयुक्त से राघोपुर गांव को गंगा की कटाव से बचाने के लिये शीघ्र ही राघोपुर गांव के पास में उत्तर से दक्षिण की ओर पांच सौ मीटर खुदाई ड्रेजर मशीन से कराने की मांग की। वहीं ग्रामीणों ने कहा जिस जगह पर ड्रेजर मशीन चलाने की मांग की जा रही है वहां हजारों एकड़ जमीन राघोपुर वासी की है। इस जगह पर कोई विवाद नहीं है। ग्रामीणों की बात सुनते ही आयुक्त ने कार्यपालक अभियंता दीनानाथ शर्मा एवं बाढ़ संघर्ष बल के पूर्व अध्यक्ष परमेश्र्वरी प्रसाद से ड्रेजर मशीन की जानकारी ली।
आयुक्त के साथ आरक्षी अधीक्षक आनंद कुमार सिंह, पूर्व विधायक शैलेश कुमार उर्फ़ बूलो मंडल, नवगछिया इंसपेक्टर त्रिपुरारी सिंह, खरीक थाना अध्यक्ष राकेश कुमार, परबता थाना अध्यक्ष सतीश कुमार, अभियंताओं की टीम तथा कार्यपालक दंडाधिकारी सुंदर वास कुमारी समेत पुलिस पदाधिकारियों की मौजूदगी देखी गयी।
इस दौरान जहां आयुक्त ने लोगों को आश्र्वासन देते हुए कहा है कि इस विपत्ती में प्रशासन आपके साथ है हर संभव मदद किया जायेगा। वहीं कटाव में उजड़े तथा विलीन हो चुके घरों के मालिक विकास मंडल, खंतर मंडल, मोकी मंडल, नित्यानंद मंडल, नंद किशोर मंडल, प्रकाश मंडल, जिरो मंडल, नरेश मंडल, प्रमिला देवी, ठाकुर मंडल, जगदीश मंडल आदि गंगा में डूब चुके अपने आशियाने और सपने को तलाश रहे थे। इन लोगों ने कहा कि जब बोल्डर पीचिंग बांध बना था, तब उन लोगों की उम्मीद थी कि अब गंगा की तेज धारा उन लोगों का कुछ नहीं बिगाड़ सकेगी। लेकिन सब बेकार साबित हो रहा है।