
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार में इसी मुद्दे पर मतदान होगा। अपने संसाधनों के बूते जिस गति से हम विकास कर रहे हैं, उससे राष्ट्रीय औसत प्राप्त करने में 25 साल लग जाएंगे। अब बिहार इतना इंतजार नहीं कर सकता। अभी तो हम चार नवंबर को पटना में रैली करने वाले हैं। सूबे के भविष्य के लिए जरूरी होगा तो दिल्ली कूच भी करेंगे। राज्य की प्रगति के लिए विशेष राज्य के दर्जे को जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति आय, रोजगार, मानव विकास सूचकांक आदि में हम पीछे हैं। सरकार बनने के बाद से विकास की गति में तेजी के बावजूद राष्ट्रीय औसत प्राप्त करना मुश्किल हो रहा है। जो रफ्तार है उससे इसे हासिल करने में 25 साल लग जाएंगे और इतना इंतजार नहीं किया जा सकता। चार नवंबर को एक-एक आदमी के पटना चलने का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कि केंद्र पर दबाव के लिए यह बिहार की अस्मिता से जुड़ी रैली बन गई है।
साइकिल योजना की चर्चा करते उन्होंने कहा कि सरकार ने अपने संसाधनों से बेटियों के साथ नौंवी के छात्रों को भी इस सुविधा से जोड़ दिया है। वे चाहते हैं राज्य के कोने-कोने में निर्बाध बिजली पहुंचे, हर गांव सड़क से जुड़े, युवा पीढ़ी का भविष्य उज्ज्वल हो। राज्य का कृषि रोडमैप तैयार है और आगामी 3 अक्टूबर को राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी इसे जारी करने पटना आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री के अनुसार विकसित बिहार उनका सपना है और मिथिलांचल के विकास बिना बिहार का विकास संभव नहीं। विकसित राज्य का दर्जा मिल जाने पर मिथिलांचल के विकास की गति तेज होगी। राजद सुप्रीमो का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि जिन पर बिहार के विकास की जवाबदेही थी वे सत्ता में होने पर लाठी रैली, तेल पिलावन रैली करते रहे। लेकिन अब वे अधिकार रैली निकाल रहे हैं। इसलिए पूरी जनता उनके साथ है। दरभंगा की सभा की अध्यक्षता जिला जदयू अध्यक्ष आनंद कुमार सिंह ने की। सभा को जलसंसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, सांसद महेश्वर हजारी, पूर्व विधान पार्षद संजय झा, विधायक डा.इजहार अहमद व मदन सहनी, विधान पार्षद विनोद चौधरी, युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अशरफ हुसैन, जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष अता करीम व जदयू महानगर अध्यक्ष डा.सुनील ठाकुर आदि ने संबोधित किया।