डीजल के दामों में बढ़ोतरी और खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के
विरोध में 20 सितंबर को भारत बंद होगा। देशभर के व्यापारियों के भारत बंद में भगवा और लाल ब्रिगेड भी एक बार फिर साथ-साथ नजर आएंगे। सरकार के ताजा फैसलों के विरोध में प्रमुख विपक्षी गठबंधन एनडीए तथा लेफ्ट, सपा समेत आठ दलों ने देशव्यापी विरोध के तहत सड़कों पर उतरने का ऐलान किया है।
कोयला मामले में घिरी यूपीए सरकार के लिए एफडीआई व महंगाई पर विपक्षी दलों की एकजुटता ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इससे पहले भी विपक्षी दल महंगाई पर एकजुट होकर दो बार भारत बंद का सफल आयोजन कर चुके हैं।
भाजपा ने ऐलान किया है कि केंद्र सरकार के एफडीआई के फैसले पर उसके शासित राज्य अमल नहीं करेंगे।कोयले के साथ ही डीजल, गैस सिलेंडर और एफडीआई के विरोध की सियासी जंग तेज करते हुए एनडीए के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि सरकार के फैसलों के खिलाफ 20 सितंबर को भारत बंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने कोयला घोटाले से जनता का ध्यान बंटाने के लिए ये फैसले किए हैं। प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि लगता है कि यूपीए सरकार आत्महत्या करना चाहती है। आडवाणी के आवास पर एनडीए की बैठक में यह फैसला किया गया।
इससे पहले भाकपा के पूर्व महासचिव एबी बर्धन भी ऐलान कर चुके थे कि चारों वामदलों के साथ ही सपा, बीजेडी, टीडीपी व जनतादल (सेक्यूलर) 20 सितंबर को भारत बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह के सुझाव को मानते हुए इन आठ दलों ने सरकार के फैसले का विरोध करने का फैसला किया है। राजनीतिक दलों से पहले खुदरा व्यापारी भारत बंद का ऐलान कर चुके हैं।
एफडीआई के विरोध में देशव्यापी बंदमल्टी ब्रांड रिटेल में 51 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी मिलने के विरोध में देश के कारोबारी संगठन देशव्यापी बंद की तैयारी कर रहे हैं। शनिवार को सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि 20 सितंबर को सभी कारोबारी देशव्यापी बंद रखेंगे। इस बंद का समर्थन भारतीय उद्योग व्यापार मंडल भी कर रहा है।

कोयला मामले में घिरी यूपीए सरकार के लिए एफडीआई व महंगाई पर विपक्षी दलों की एकजुटता ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इससे पहले भी विपक्षी दल महंगाई पर एकजुट होकर दो बार भारत बंद का सफल आयोजन कर चुके हैं।
भाजपा ने ऐलान किया है कि केंद्र सरकार के एफडीआई के फैसले पर उसके शासित राज्य अमल नहीं करेंगे।कोयले के साथ ही डीजल, गैस सिलेंडर और एफडीआई के विरोध की सियासी जंग तेज करते हुए एनडीए के कार्यकारी अध्यक्ष लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि सरकार के फैसलों के खिलाफ 20 सितंबर को भारत बंद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार ने कोयला घोटाले से जनता का ध्यान बंटाने के लिए ये फैसले किए हैं। प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि लगता है कि यूपीए सरकार आत्महत्या करना चाहती है। आडवाणी के आवास पर एनडीए की बैठक में यह फैसला किया गया।
इससे पहले भाकपा के पूर्व महासचिव एबी बर्धन भी ऐलान कर चुके थे कि चारों वामदलों के साथ ही सपा, बीजेडी, टीडीपी व जनतादल (सेक्यूलर) 20 सितंबर को भारत बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह के सुझाव को मानते हुए इन आठ दलों ने सरकार के फैसले का विरोध करने का फैसला किया है। राजनीतिक दलों से पहले खुदरा व्यापारी भारत बंद का ऐलान कर चुके हैं।
एफडीआई के विरोध में देशव्यापी बंदमल्टी ब्रांड रिटेल में 51 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की मंजूरी मिलने के विरोध में देश के कारोबारी संगठन देशव्यापी बंद की तैयारी कर रहे हैं। शनिवार को सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि 20 सितंबर को सभी कारोबारी देशव्यापी बंद रखेंगे। इस बंद का समर्थन भारतीय उद्योग व्यापार मंडल भी कर रहा है।