ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

प्रीतम हत्याकांड : रेल पुलिस डाल रही ढीली जांच का पर्दा


नवगछिया स्टेशन से नौ जुलाई को हुये असम के सिल्चर निवासी प्रीतम भट्टाचार्य के अपहरण हत्याकांड को डेढ. माह बीत गये, लेकिन अब भी पुलिस को इस मामले में सफलता हाथ नहीं लग पायी है। जिसकी एक ही वजह है रेल पुलिस की ढीली जांच प्रक्रिया। रेल पुलिस का अनुसंधान अब पूरी तरह से छट्ठू सहनी के भरोसे केन्द्रित है। इस मामले में रेल पुलिस बार-बार चूक करती रही। इस हाइ प्रोफाइल मामले के उदभेदन के लिए सूबे के रेल पुलिस के अपर महानिदेशक पीएन राय भी दो बार नवगछिया आ चुके हैं। खुद आइजी विनय कुमार भी इस मामले में नवगछिया में कैंप कर चुके हैं। रेल डीएसपी आलोक कुमार अभी भी नवगछिया में कैंप कर जांच की फ़ाइल को सिर्फ मोटी कर रहे हैं।


कथित रूप से इस हत्याकांड के सूत्रधार नवगछिया के मक्खातकिया निवासी छट्ठू सहनी को पुलिस ने गिरफ्तार भी कर लिया है। उससे सघन पूछताछ भी की गयी। इसी मामले में दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। तीनों जेल भेजे जा चुके हैं। बार-बार पुलिस की ओर से कहा गया वह इस मामले के उदभेदन के करीब है, पर अभी तक मामले पर परदा पड़ा हुआ है।


प्रीतम के परिजन इस मामले में तीन लोगों की गिरफ्तारी से संतुष्ट नहीं है। प्रीतम के परिजन अभी भी इस मामले में मुख्यमंत्री के अलावा प्रधान मंत्री व् राष्ट्रपति से सीबीआइ जांच की मांग कर रहे हैं। इधर नवगछिया के स्थानीय लोग तो यहां तक कहने लगे हैं कि कहीं छट्ठू सहनी के गले में बेवजह घंटी तो नहीं बांधी जा रही है। बहरहाल समय बीतने के साथ ही यह मामला और पेचीदा होता जा रहा है। जिसपर धीरे धीरे ढीली जांच का पर्दा पड़ता जा रहा है। कारण स्पष्ट है कि रेल पुलिस के अधिकारी अपनी कमी को उजागर करना नहीं चाह रहे।