बिहार में अग्रवाल, जौनपुरी वैश्य, शेख और कायस्थ जातियों को पिछड़ा वर्ग में शामिल नहीं किया जाएगा। इन जातियों के प्रतिनिधि संगठनों ने बिहार में इन्हें पिछड़ा वर्ग में शामिल करने की वकालत की थी। मामला पिछड़े वर्गो के लिए गठित राज्य आयोग के पास लंबित था। जिसे आयोग ने जांच पड़ताल के बाद इनके दावे को खारिज कर दिया। आयोग ने अपनी राय से राज्य सरकार को अवगत करा दिया है। आयोग का कहना था कि ये जातियां पिछड़े वर्ग के लिए निर्धारित मापदंडों को पूरा नहीं करती हैं। लिहाजा सरकारी नौकरियों और आरक्षण के दूसरे मामलों में इन जातियों को पहले की तरह सामान्य वर्ग में रहना पड़ेगा।