इस सम्बन्ध में नवगछिया थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि ग्रामीणों के अनुसार नवगछिया के धोबिनिया पुनामा घाट से सुबह एक नौका खुली थी। जिसपर यह हाकर और तीन महिलायें सवार थीं। जो कुछ दुरी पर जाकर पीपा पुल के एक पीपा से टकराकर दुर्घटना ग्रस्त हो गयी थी। जिस पर सवार तीन महिलायें अपने अपने घर पहुँच गयी , लेकिन हाकर ज्योतिष कुमार का पता नहीं चला है। जो लालगंज का रहने वाला है।जिसका पता लगाने के लिए एक अधिकारी को भेजा गया है।
वहीँ अखबार विक्रेता बिनोद सिंह ने बताया कि वह रोजाना की तरह आज भी सभी तरह के अखबार ले कर साइकिल से विजय घाट के रास्ते लालगंज के लिए रवाना हुआ था। लिकिन वह लालगंज तक नहीं पहुँच सका है। जिसकी खोज जारी है।
बताते चलें कि भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत नवगछिया प्रखंड की तीन पंचायत कोसी नदी के पार बसती है। इसके अलावा पूर्णिया और मधेपुरा जिला के भी कई सीमावर्ती इलाके के हजारों लोगों का रास्ता है इस विजय घाट हो कर। जहां पीपा पुल की सुविधा सरकार द्वारा बहाल थी। लेकिन कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से यह सुविधा कुछ दिनों से बांदी हो गयी है। जिस कारण लोग नौका का सहारा ले रहे हैं। जहाँ हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
ग्रामीणों के अनुसार ज्योतिष कुमार की साइकिल व समाचार पत्र की प्रतियां मोहनपुर क्षेत्र के विजय घाट के पास बिखरी पड़ी मिली है। जिसे मोहनपुर पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। घटना की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई है। साथ ही उसके परिवार के पत्नी व बच्चे भी शोक में डूबे हैं।
घटना की सूचना पाकर क्षेत्र के जिला परिषद मस्तराज जायसवाल, सरपंच दिनेश शर्मा, सामाजिक कार्यकर्ता संतोष मंडल, हरेकृष्ण यादव घटनास्थल पहुंचकर शव को खोजने में पुलिस की मदद कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार नवगछिया से सुबह साढ़े छह बजे हॉकर ज्योतिष भगत निर्माणाधीन विजय पुल पहुंचे तथा वहां एक नाव पर जो धोबनियां गांव के संजय यादव की बताई जाती है, तथा नाविक भी स्वयं संजय यादव था। नाव को मोहनपुर ओपी अंझरी गांव की दो महिलाएं जो दिल्ली से आ रही थी, उसे रिजर्व कर उसपर मोहनपुर क्षेत्र जा रही थी। उसी बीच उसी नाव पर ज्योतिष सवार हुआ था। ज्योतिष बगल के पीपापुल से टकरा गई तथा किनारे पर बैठा ज्योतिष पानी में डूब गया। इधर नाव पर सवार महिलाएं काफी चिल्लाने लगी, जिसे नाविक किनारे पर छोड़ भाग गया। महिलाओं द्वारा घटना की सूचना स्थानीय ग्रामीणों को दिए जाने पर लोग उसे ढूंढने निकले। ढोलबज्जा पुलिस खबर के बावजूद घटनास्थल पर नहीं पहुंच पाई। घटना की पुष्टि मोहनपुर ओपी अध्यक्ष ने की है।