पिछले वर्ष की तुलना में इस बार परीक्षार्थियों की संख्या छह लाख से अधिक रही। परीक्षा की प्रक्रिया में तो इस बार कोई बड़ा बदलाव नहीं किया गया लेकिन मूल्यांकन में नई प्रणाली अपनाए जाने से पिछले वर्षों की तुलना मे बेहतर परिणाम की उम्मीद है।
इंटरमीडिएट में पिछले वर्ष 20 लाख 60 हजार परीक्षार्थी थे। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या में भारी इजाफा हुआ। जिसका कारण रहा वर्ष 2010 का दसवीं का परीक्षा परिणाम। वर्ष 2010 में दसवीं में पास प्रतिशत काफी बढ़ा जिससे इस बार बारहवीं में परीक्षार्थी बढ़े।