नवगछिया। भारत गांवों का देश है। गांवों के विकास में स्वयं सहायता समूह अपनी अहम भूमिका निभाता आ रहा है। इसलिए इसके सही ढंग से गठन एवं संवर्द्धन के लिए समूह बनाने वाले कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी के फलस्वरूप गांवों तथा हर क्षेत्र में पिछड़े वर्गो का उत्थान होगा। तभी स्वयं सहायता समूहों द्वारा फैलेगी विकास की रोशनी। उक्त बातें नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक मिथिलेश्वर झा ने कही।
नाबार्ड के सहायक महाप्रबंधक मिथिलेश्वर झा नवगछिया में चल रहे पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन कार्यक्रम में स्वयं सहायता समूह के कार्यकर्ताओं से प्राप्त किए प्रशिक्षण की भी जानकारियों ली। जो नाबार्ड द्वारा इंडियन स्कूल ऑफ माइक्रोफाइनेंस फॉर वूमन, अहमदाबाद के सहयोग से दिया गया। यह कार्यक्रम नवगछिया स्थित नवजनलोक द्वारा आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम के समापन के मौके पर नाबार्ड के एजीएम के अलावा जिला विकास प्रबंधक नवीन कुमार राय, दिशा ग्रामीण मंच बैजानी के सचिव मनोज पांडेय, उत्कृष्ट सेवा संस्थान, भागलपुर के सचिव चंदन शुक्ला, एसीड बुनकर कलस्टर के हासिम अंसारी की भी मौजूदगी देखी गई।
इस पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण के दौरान सफलता पूर्वक प्रशिक्षण देने के लिए इंडियन स्कूल ऑफ माइक्रोफाइनेंस फॉर वूमन की रिजनल शाखा कोलकाता से आई सुलांगना एवं संचिता की एजीएम नाबार्ड ने प्रशंसा की। साथ ही मौके पर प्रशिक्षणार्थियों द्वारा इन दोनों प्रशिक्षिकाओं को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया।मौके पर एसिड बुनकर कलस्टर के हासिम अंसारी ने एजीएम मिथिलेश्वर झा को तथा उत्क्रिस्ट सेवा संसथान के सचिव चन्दन शुक्ला ने नव जन लोक के निदेशक मदन मोहन ठाकुर को अंग वस्त्र से सम्मानित किया।