श्रीशिवशक्ति योगपीठ में सामूहिक रुद्राभिषेक के बाद मनाया गया संस्कृत दिवस, रक्षाबंधन और झूलनोत्सव
राजेश कानोड़िया, नवगछिया। श्रावण पूर्णिमा के पावन दिवस पर योगपीठ के लिये समर्पित स्वामी जी के हनुमान कहे जाने वाले कौलाचार्य कुंदन बाबा की देख-रेख में, शिवशक्ति योगपीठ आश्रम, नवगछिया के सुसज्जित प्रशाल में पीठ के पीठाधीश्वर सिद्ध संत एवं रससिद्ध कवि जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के सानिध्य में पूर्वाह्न लगभग 10:30 से अपराह्न 04:00बजे तक वेद विद्यापीठ,गुरुधाम,बौंसी एवं योगपीठ के विद्वान आचार्यों द्वारा 51 परिवारों का रूद्राभिषेक कार्यक्रम सम्पन्न कराया गया।
रूद्राभिषेक सम्पन्न होने के उपरांत अपराह्न 04:30 बजे से रात्रि 09:00 बजे तक सिद्ध संत एवं रससिद्ध कवि परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज जी की ही अध्यक्षता में 'भगवान हयग्रीव अवतरण दिवस','संस्कृत दिवस', 'आचार्य शिवपूजन सहाय जयंती दिवस के साथ-साथ' रक्षाबंधन पर्व एवं झूलनोत्सव जैसे ऐतिहासिक पर्व को समारोह पूर्वक मनाते हुये उक्त निर्दिष्ट विषय वस्तु पर गंभीर एवं सारगर्भित चर्चा हुई।
उक्त दिव्य एवं भव्य समारोह में विशिष्ट अतिथि सह विशिष्ट वक्ता के रूप में विचार व्यक्त करने वालों में ति.माँ.भा.वि.वि. भागलपुर के रसायन विज्ञान के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.ज्योतीन्द्र चौधरी(पं. ज्योतीन्द्राचार्य), पं.शिवशंकर ठाकुर,रामजीवन सिंह,विनय कुमार सिंह परमार गीतकार राजकुमार,कवि मुरारी मिश्र,विधायक शंकर सिंह,प्रतिमा सिंह,सुबोध जी एवं नवल जी के अलावे आश्रम के लिए समर्पित स्वामी शिव प्रेमानंद'भाई जी, प्रेमशंकर भारती जी,मनोरंजन प्रसाद सिंह जी,स्वामी मानवानंद जी मंचस्थ रहे।
इस पुनीत अवसर पर गीतकार राजकुमार को आध्यात्मिक,धार्मिक,सांस्कृतिक, साहित्य आदि क्षेत्र में महती सेवा कार्य हेतु "प्रातिभ-प्रशस्ती-पत्रम्" प्रदान कर महोपाधि "अंग शिरोमणि' तथा कवि मुरारी मिश्र को "अंग विभूति" जैसे मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।इसके पूर्व सभी सम्मानीय अतिथियों को माल्यार्पित कर सहृदय अंगवस्त्रम् प्रदान किया गया।
अंत में समारोह की अध्यक्षता कर रहे सिद्ध संत एवं रससिद्ध कवि परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज के आशीर्वादयुक्त मर्मस्पर्शी सारगर्भित उद्गार प्रेषित किये जाने के उपरांत समारोह को तत्काल विराम दिया गया।स्वामी जी के आदेशानुसार उपस्थित भक्तगण एवं विशाल श्रद्धालु जनसमूह, महाप्रसाद ग्रहण कर ही अपने-अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान किये।
इस अविस्मरणीय अवसर पर आगत अतिथियों सहित श्रद्धालु जनसमूह को अपनी सेवा दे रहे आश्रम वासियों के साथ-साथ लखन पांडेय,केशव,मंटू साहू,पप्पू भगत,दीपू भगत,कन्हैया जी,उत्तम सिंह डॉ.विवेक कुमार,आलोक कुंदन,मधुव्रत चौधरी,दीपक यादुका,नंदन पोद्दार,दीपक पांडेय, अनिल, राजेश कनोडिया आदि सहित उपस्थित कई समर्पित गुरुभक्तों एवं भजन से मुग्ध करने वाले गायक एवं वाद्ययंत्र कलाकार अति प्रफुल्लित दिखे।मंच का सफल संचालन श्याम देव सिंह ने किया।