राष्ट्रीय सेवा योजना के 55वें स्थापना दिवस समारोह पर सम्मानित किए गए बेस्ट वोलेंटियर एवं बेस्ट प्रोग्राम ऑफिसर
भागलपुर। राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) का 55वां स्थापना दिवस समारोह मंगलवार को तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) में समारोह पूर्वक मनाया गया। समारोह का आयोजन बहुद्देशीय प्रशाल में किया गया था।
कार्यक्रम का उद्घाटन टीएमबीयू के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस मौके पर कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने 55वें एनएसएस दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा की विश्वविद्यालय की एनएसएस इकाई ने एक बेहतरीन सफर तय किया है। अच्छे लीडरशिप के कारण वर्तमान एनएसएस कोऑर्डिनेटर बेहतर काम कर रहे हैं।एनएसएस की भावना और उनके कार्यों को बढ़ावा और प्रचारित प्रसारित करने में मीडिया की भी महती भूमिका है। उन्होंने इसके लिए स्थानीय मीडिया कर्मियों और उनके संपादक के प्रति आभार जताया। कुलपति ने कहा की एनएसएस के वोलेंटियर्स राष्ट्र सेवा में लगे हुए हैं। नेशन फर्स्ट है। छात्रों में राष्ट्र सेवा और समाज सेवा का अलख एनएसएस जागता है। एनएसएस सामाजिक सरोकार से ओत-प्रोत है। साथ ही एनएसएस राष्ट्रीयता की भावना विकसित करती है।
हाल के दिनों में एनएसएस वोलेंटियर्स की संख्या काफी बढ़ी है। एनएसएस राष्ट्र स्तर पर एक बड़ी इकाई है। प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की सोच और दृष्टि पर एनएसएस की स्थापना देश में की गई है। उन्होंने एक भारत श्रेष्ठ भारत और आत्मनिर्भर भारत की चर्चा अपने संबोधन में की। 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में युवाओं की महत्वपूर्ण भागीदारी है। मेरी माटी मेरा देश के संकल्प के साथ राष्ट्र की सेवा करें। एनएसएस छात्रों में राष्ट्र और समाज सेवा की भावना पैदा करता है। युवा एनर्जी को राष्ट्र और समाज सेवा में लगाने के उद्देश्य से एनएसएस की स्थापना की गई है। एनएसएस आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और स्वामी विवेकानंद के ड्रीम को साकार कर रहा है। विवेकानंद युवाओं के आइकॉन हैं। एनएसएस के उद्देश्यों और सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हुए कुलपति ने कहा की राष्ट्र भावना और समाज भावना को ध्यान में रखकर एनएसएस ऑफिसर्स काम करें।
कुलपति ने स्वयं के बारे में बताते हुए कहा की वे खुद एनएसएस के वोलेंटियर रह चुके हैं। उन्हें पहली नौकरी लेने में एनएसएस का सर्टिफिकेट ही काम आया था। आज मैं जो भी कुछ हूं उसमें एनएसएस की काफी भूमिका है। एनएसएस ने बहुत अच्छा काम किया है की वे आज कार्यक्रम के उपरांत छात्रों को सर्टिफिकेट दे रहे हैं। एनएसएस के सर्टिफिकेट से नौकरी और एडमिशन में भी प्राथमिकता मिलती है। एनएसएस जन जागरूकता फैलाता है। एनएसएस पूरे देश के युवाओं में सेवा भाव और राष्ट्र भावना जागृत करता है। एनएसएस भारत सरकार की एक अति महत्वाकांक्षी योजना है। विकसित भारत की संकल्पना में एजुकेशन सेक्टर का बड़ा योगदान है। भारत युवाओं का देश है। युवा ही देश और समाज के निर्माण में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपना को साकार करने में युवाओं और छात्रों का बड़ा रोल है। एनएसएस छात्रों में सृजनात्मक क्षमता का विकास करता है। छात्रों में स्वावलंबी की भावना पैदा करना भी इसका ध्येय है। जब हम सभी आत्मनिर्भर होंगे, खुद जीने का आधार बनायेंगे। छात्र आत्मनिर्भर बनें।
उन्होंने कहा की कोई भी काम छोटा बड़ा नहीं होता है। छात्र अपने पैरों पर खड़े हों। राष्ट्रीय शिक्षा नीति से स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जा रहा है। वीसी ने छात्रों से कहा की एक बार पढ़ें दो बार सोचें और तीन बार लिखें। डिग्री से ज्यादा नॉलेज और स्किल की जरूरत है। आईटी सेक्टर में भारत ने झंडा बुलंद किया है। स्किल, स्केल एंड स्पीड को सफलता का आधार बनाएं। समाज की बेहतरी में एनएसएस की भूमिका सराहनीय है। युवा शक्ति राष्ट्र शक्ति है।
ग्रीन कैंपस के तहत पुलिस प्रशासन का सहयोग लेकर एनएसएस वोलेंटियर यूनिवर्सिटी के आसपास के इलाकों में सफाई अभियान चलाएं।तभी इसकी सार्थकत होगी। एनएसएस के साथ जिला प्रशासन और पुलिस भी हाथ बटाना चाहिए। समाज की बेहतरी के लिए सबों का सहयोग अपेक्षित है। एनएसएस का वार्षिक पत्रिका का प्रकाशन करें। हरेक साल एनएसएस दिवस पर उसका लोकार्पण करें। एनएसएस भवन बनेगा। एनएसएस के छात्र बाढ़ पीड़ितों की सेवा करें।
कुलपति ने एसएचओ विश्वविद्यालय थाना सुप्रिया कुमारी को भी सम्मानित किया और एनएसएस कोऑर्डिनेटर को निर्देश दिया की वे एक विशेष प्रमाण पत्र एसएचओ को भी दें। एसएचओ ने पीजी गर्ल्स हॉस्टल की छात्राओं को बाढ़ की विभीषिका के दौरान लालबाग स्थित छात्रावास से सकुशल बाहर निकलने में मदद की थी।
डीएसडब्ल्यू डा बिजेंद्र कुमार ने कहा की शैक्षणिक और सामाजिक स्तर पर काम कर रहा है एनएसएस। एनएसएस के द्वारा छात्र अपने कैरियर को आगे बढ़ा सकते हैं। एनएसएस मानवता की सेवा का भाव जागृत करता है। एनएसएस के छात्र अपने आस पास के जगहों को साफ सुथरा बनाए रखें। उन्होंने कहा की एनएसएस महात्मा गांधी और स्वामी विवेकानंद के विचारों से प्रेरित है। इसलिए इन महापुरुषों के विचारों को साकार करने के लिए एनएसएस स्वच्छता जैसे कार्यक्रम को बढ़ावा दें। वित्तीय परामर्शी डा दिलीप कुमार ने आगामी कार्य योजना के लिए एनएसएस का एक्शन प्लान बनाकर काम करने को कहा। प्रॉक्टर प्रो. अर्चना कुमारी साह ने कहा की टीम वर्क और समर्पण के साथ टीएमबीयू का एनएसएस काम कर रहा है।
अंगीभूत कॉलेज से बेस्ट प्रोग्राम ऑफिसर का अवार्ड डा इरशाद आलम और सम्बद्ध कॉलेज के बेस्ट प्रोग्राम ऑफिसर अवार्ड ताड़र कॉलेज के वरुण तांती को दिया गया।
जबकि बेस्ट अंगीभूत कॉलेज अवार्ड एसएम कॉलेज भागलपुर तथा बेस्ट सम्बद्ध कॉलेज अवॉर्ड पुरन मल बाजोरिया टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज को मिला। कार्यक्रम में एनएसएस कोऑर्डिनेटर डा राहुल कुमार ने पीपीटी के माध्यम से पिछले एक वर्ष के कार्यक्रम का रिपोर्ट प्रस्तुत किया। मौके पर विभिन्न कॉलेजों के एनएसएस वोलेंटेयर्स के द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया। छात्र छात्राओं ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी।
कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति द्वारा एनएसएस ध्वजारोहण के साथ किया गया। इस अवसर पर कुलसचिव डा विकाश चंद्र, पीआरओ डा दीपक कुमार दिनकर, डीओ अनिल कुमार सिंह, डीन डा भावना झा, टीएनबी कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डा एसएन पाण्डेय, डा सीता भगत, डा अजीत कुमार, डा हिमांशु शेखर, डा पृथा बसु, डा इरशाद आलम सहित सभी यूनिटों के प्रोग्राम ऑफिसर, शिक्षक, कर्मचारी और एनएसएस वोलेंटियर उपस्थित थे। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय थाना की एसएचओ सुप्रिया कुमारी को भी सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों को मोमेंटो, अंग वस्त्र और पौधा भेंट कर सम्मानित किया गया। जबकि बेस्ट वोलेंटियर अवार्ड से सम्मानित छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र और प्रतीक चिन्ह दिया गया।