ईश्वर की प्राप्ति के लिए गुरु और संतों की शरण में जाएं- स्वामी अनंताचार्य जी महाराज
नव-बिहार समाचार, नवगछिया। श्री शिवशक्ति योगपीठ इन दिनों संतों के आगमन से और भी पवित्र होता जा रहा है। यहां के पीठाधीश्वर श्री रामचंद्राचार्य परमहंस स्वामी आगमानंद जी महाराज पिछले पांच दिनों से यहां लगातार आ रहे हैं। शुक्रवार को श्री उत्तरतोताद्रि मठ विभीषणकुंड अयोध्या के पीठाधीश्वर श्रीमदजगदगुरु रामानुजाचार्य अनंत श्री विभूषित बाल ब्रह्मचारी स्वामी अनन्ताचार्य जी महाराज भी पहुंचकर वहां श्रद्धालुओं को नैतिक शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि ईश्वर की प्राप्ति के लिए गुरु और संतों की शरण में जाएं। उन्होंने कहा कि आप लोग धन्य हैं, जो स्वामी आगमानंद जैसे संत का साथ आपको मिलता रहता है। बताते चलें कि गुरुवार को विश्व के समस्त तोताद्रिमठ के परमाधिपति श्रीमज्जदगुरु रामानुजाचार्य श्रीवानममलैमठ नांगुनेरी तमिलनाडु के 31वें पीठाधिपति अनन्तश्री संपन्न श्री मधुरकवि रामानुज जीयर स्वामी श्री तोताद्रि स्वामी जी यहां आए थे। इनके साथ भी स्वामी अनंताचार्य और स्वामी आगमानंद थे। रामानुज जीयर स्वामी श्री तोताद्रि जी महाराज की पूजा स्वामी अनंताचार्य और स्वामी आगमानंद ने की। रामानुज जीयर स्वामी श्री तोताद्रि जी के चरण पादुका को दोनों संतों ने अपने सिर पर रखा। स्वामी आगमानंद ने काफी भावुक होकर कहा- हमारे गुरुदेव ने हम पर बड़ी कृपा की है, जो इस दास को अपना सानिध्य दिया। योगपीठ में पांच सौ ज्यादा लोग तीनों संतों के दर्शन करने पहुंचे। एक साथ तीनों संतों का सानिध्य पाकर सभी धन्य हो गए। सभी ने चरण पादुका का पूजन किया और दर्शन किया। स्वामी आगमानंद ने कहा कि आज योगपीठ धन्य हो गया। ऐसे संतों के यहां चरण पड़े हैं जिनके दर्शन मात्र से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
शुक्रवार की शाम योगपीठ में भजन संध्या की शाम रही। जहां स्वामी आगमानंद जी महाराज के सानिध्य में कMई भजन गायकों ने सुमधुर भजनों से मंत्रमुग्ध कर दिया।मौके पर बताया गया कि शनिवार सुबह को यहा महारूद्राभिषक व चंडी पाठ होना है, स्वामी आगमानंद जी महाराज उपस्थित रहेंगे।