ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

नवगछिया: पत्रकार ने घायल बाज जैसे पक्षी ब्लैक काईट की रेस्क्यू कराकर बचायी जान

नवगछिया: पत्रकार ने घायल बाज जैसे पक्षी की रेस्क्यू कराकर बचायी जान
नव- बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। सोमवार की सुबह मॉर्निंग वॉक में निकले पत्रकार राजेश कानोडिया ने बाल भारती विद्यालय परिसर में एक घायल बाज के जैसे पक्षी को देखा, जो उड़ नहीं पा रहा था। जिसे देखने पर लगा कि उसका दाहिना पंख क्षतिग्रस्त होने के कारण वह उड़ने में सक्षम नहीं हो रहा है। वही पूछताछ के दौरान पता चला कि यह पक्षी यहां 2 दिनों से देखा जा रहा है, जो कुछ खा भी नहीं रहा है। इसकी जानकारी मिलते ही पत्रकार राजेश कानोडिया ने इसकी सूचना वन विभाग के कर्मी को दी। सूचना मिलते ही वनरक्षी अमन कुमार अपने सहयोगी के साथ तत्काल बाल भारती विद्यालय पहुंचे और उस बाज जैसे पक्षी को आसानी से पकड़ लिया। 
वही मौके पर वनरक्षी अमन कुमार ने बताया यह बाज जैसा पक्षी है, लेकिन यह बाज नहीं है। उसी प्रजाति का छोटा पक्षी है, इसे ब्लैक काईट कहते हैं। मुझे यह कार्य करने में बहुत ही प्रसन्नता होती है कि आप लोगों के सहयोग से मैं किसी भी पक्षी या वन्य प्राणी की जान बचाने में सक्षम होता हूं। यह कहते-कहते उसकी आंखें डबडबा गई। मौके पर मौजूद बाल भारती विद्यालय के उपाध्यक्ष अजय कुमार रुंगटा और प्राचार्य नवनीत सिंह ने जब पूछा कि आप यह काम इतनी आसानी से और मन से कैसे कर लेते हैं। तो वन रक्षी अमन कुमार ने बताया कि यह बात अलग है कि जिस तरह आप लोगों को पढ़ाने का पैसा मिलता है, उसी तरह हमें इनकी सुरक्षा करने के लिए पैसा मिलता है। लेकिन सबसे ज्यादा खुशी हमें इनकी जान बचाने में मिलती है। ज्यादा खुशी इसलिए मिलती है कि मुझे किसी पक्षी या प्राणी की जान बचाने का मौका मिलता है। इसके साथ ही वन रक्षी अमर कुमार ने उसके पंख को देखते हुए बताया कि निश्चित रूप से कहीं बिजली के तार से यह घायल हुआ है फिर उड़ते हुए यहां आ गया होगा। इसे भागलपुर स्थित सुंदरवन में इलाज हेतु भेज दिया जाएगा। जहां इलाज के उपरांत इसे फिर से स्वतंत्र विचरण के लिए छोड़ दिया जाएगा। वन रक्षी अमन कुमार की इस त्वरित कार्रवाई पर बाल भारती विद्यालय में मौजूद स्कूल के प्रशासक डीपी सिंह एवं कोषाध्यक्ष अशोक गोपालका, समाजसेवी सुभाष चंद्र वर्मा, प्रवीण केजरीवाल, योग प्रशिक्षक संजय मावांडिया इत्यादि सभी लोगों ने वनरक्षी अमन कुमार की तत्परता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया।