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पलानीसामी आज साबित करेंगे बहुमत, तमिलनाडु में 29 साल बाद फ्लोर टेस्ट

चेन्नई. तमिलनाडु के नए सीएम ई.पलानीसामी शनिवार सुबह 11 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। उन्होंने गुरुवार को ही शपथ ली है। राज्य में 29 साल बाद ऐसा माैका आया है जब फ्लोर टेस्ट होगा। इससे पहले एमजी रामचंद्रन के निधन के बाद AIADMK में फूट हुई थी। उस दौरान फ्लोर टेस्ट में जयललिता हार गई थीं। बाद में चुनाव में वे जीतकर लौटीं। इस बार फ्लोर टेस्ट में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। जयललिता के निधन के बाद उनकी सियासी वारिस शशिकला बेहिसाब प्रॉपर्टी के केस में जेल जा चुकी हैं। उनके बाद पलानीसामी सीएम बने हैं। लेकिन ओ.पन्नीरसेल्वम बागी हैं। वहीं,डीएमके ने भी साफ कर दिया है कि उसके विधायक नए सीएम के खिलाफ वोटिंग करेंगे। क्या है सीटों का गणित...

तमिलनाडु विधानसभा में अभी क्या है स्थिति?
-विधानसभा में कुल 234 सीटें हैं। AIADMK के पास 135 और डीएमके पास 89 सीटें हैं। 
-जयललिता के निधन के बाद उनकी सीट खाली है। कांग्रेस के पास 8 सीट और मुस्लिम लीग के पास एक सीट है।

कौन बिगाड़ सकता है पलानीसामी का खेल?
-शशिकला के पास 119 विधायकों का सपोर्ट था। उनके जेल जाने के बाद पलानीसामी ने 123 विधायकों के सपोर्ट का दावा किया।
-पन्नीसेल्वम के पास 11 विधायक ही हैं। हालांकि,वे फ्लोर टेस्ट में पलानीसामी का खेल बिगाड़ सकते हैं। 
-डीएमके ने भी कह दिया है कि उसके 89 विधायक पलानीसामी के खिलाफ ही वोटिंग करेंगे।
-पलानीसामी को सरकार बचाए रखने के लिए कम से कम 118 विधायकों का सपोर्ट जरूरी होगा। 
-कांग्रेस ने अभी पत्ते नहीं खोले हैं कि उसके 8 विधायक किसे फेवर में वोटिंग करेंगे।

दो महीने में तीसरे सीएम बने पलानीसामी
-AIADMK में पिछले कुछ दिनों से चल रही उठापटक गुरुवार को खत्म हो गई। गवर्नर सी.विद्यासागर राव ने शशिकला खेमे के पलानीसामी को दो महीने के भीतर राज्य के तीसरे सीएम के रूप में शपथ दिलाई। 
-पलानी के साथ 30 मंत्रियों ने भी शपथ ली। गवर्नर ने फ्लोर टेस्ट के लिए 15 दिन का वक्त दिया। पलानी इसी शनिवार सुबह 11 बजे विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे।
 
स्टालिन ने कहा-मुझे देखकर न मुस्कराइए
-डीएमके के वर्किंग प्रेसिडेंट और लीडर ऑफ अपोजिशन एमके स्टालिन ने नए सीएम पलानीसामी को सलाह दी है कि वे विधानसभा में उन्हें देखकर न मुस्कराएं।
-स्टालिन के कमेंट को AIADMK चीफ शशिकला की उस टिप्पणी के संदर्भ में देखा जा रहा है,जिसमें उन्होंने कहा था कि सदन में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पन्नीरसेल्वम स्टालिन को देखकर मुस्करा दिए थे। उनकी पार्टी से बर्खास्तगी का यही एक कारण भी था। 
-इस पर स्टालिन ने कहा,"केवल इंसान ही हंस सकते हैं,जानवर नहीं।"

पिछला फ्लोर टेस्ट कब हुआ था?
-एमजीआर का निधन दिसंबर 1987 में हुआ था। इसके बाद AIADMK में फूट हो गई। एक धड़ा जयललिता का था जो एमजीआर की करीबी थीं। दूसरा धड़ा जानकी रामचंद्रन का था जो एमजीआर की पत्नी थीं। 
-जनवरी 1988 में फ्लोर टेस्ट हुआ। स्पीकर पीएच पांडियन ने AIADMK के कई विधायकों को डिसक्वालिफाई कर दिया। अपोजिशन ने बायकॉट कर दिया। इसके चलते जानकी रामचंद्रन ने फ्लोर टेस्ट जीत लिया। 
-हालांकि,जानकी सत्ता में नहीं रह पाईं। फ्लोर टेस्ट के दो दिन बाद केंद्र ने वहां राष्ट्रपति शासन लगवा दिया।

शशिकला से चुनाव आयोग ने मांगा जवाब
-बेहिसाब प्रॉपर्टी के 21 साल पुराने केस में सुप्रीम कोर्ट के फैसले में दोषी करार दी गईं शशिकला 10 साल तक किसी पोस्ट पर नहीं रह सकतीं। उन्हें 4 साल की सजा पूरी करनी होगी। उसके बाद 6 साल वे चुनाव नहीं लड़ सकेंगी।
-इस बीच,चुनाव आयोग ने शशिकला से कहा है कि वे AIADMK के इंटरिम चेयरमैन के तौर पर उनकी नियुक्ति के बारे में स्थिति साफ करें।