भागलपुर। नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत खरीक प्रखंड के तेलघी गांव में कैंसर से हो रही लगातार मौत पर भागलपुर के प्रमंडलीय आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने संज्ञान लिया है। आयुक्त ने कैंसर होने के कारणों की पड़ताल की है। इस दौरान उन्हें दो कारण पता चले हैं। प्रथम वहां का पानी आर्सेनिक प्रभावित है और दूसरा यह कि मक्के में लगे फंगस खाने से कैंसर की संभावना रहती है। आयुक्त ने दोनों स्तर पर इसके निदान की व्यवस्था की है।
आयुक्त अजय कुमार चौधरी ने बताया कि आर्सेनिक से बचाव के लिए वहां एक मिनी वाटर प्लांट स्थापित किया जायेगा। इसके लिए खरीक के अंचल अधिकारी को जमीन चिह्नित करने का निर्देश दिया है। आयुक्त ने खरीक के ग्रामीणों से भी जमीन की उपलब्धता का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि तेलघी में कैंसर की शिकायत पर पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता पश्चिम और क्षेत्रीय स्वास्थ्य उप निदेशक को बुलाया गया था। जांच में पाया गया कि मक्के में 15 फीसद से अधिक नमी रहने के कारण उसमें फंगस लग जाता है। इसका सेवन करने से भी लोग कैंसर से पीड़ित हो रहे हैं। इस संबंध में जेएलएनएमसीएच के डॉ. उपेंद्र नाथ से बात की गई। मक्के में लगने वाला स्परलिजस नामक फंगस काकी खतरनाक होता है। आयुक्त ने मक्के के स्टोरेज की समस्या को दूर करने के लिए कृषि व स्वास्थ्य विभाग को संयुक्त रूप से प्रतिवेदन तैयार करने का निर्देश दिया गया है। विभाग को कहा गया कि गोबर के नजदीक मक्का रखने से भी यह असर कर जाता है।
आयुक्त ने कहा कि शुद्ध पेयजल के लिए वहां शीघ्र ही काम शुरू होगा। पीएचईडी को क्षेत्र में सर्वेक्षण करने को भी कहा गया है।