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देश के नौजवानों की बदल दूंगा किस्मत - नरेंद्र मोदी


भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड व फारबिसगंज के आइटीआइ मैदान में आयोजित सभा में सोनिया व राहुल गांधी को निशाने पर रखा. शहजादे के बारे में उन्होंने कहा कि उनके मन से अभी तक बचपना नहीं गया है. पहले गुब्बारा-गुब्बारा करते थे, अब टॉफी-टॉफी करते हैं. 
उन्होंने नौजवानों के बारे में कहा कि लोगों की तप व तपस्या बेकार नहीं जायेगी. मैं नौजवानों की किस्मत बदल दूंगा. दिल्ली में मजबूत सरकार के लिए लोकसभा में भाजपा के कम से कम 300 सांसद भेजने की अपील उन्होंने लोगों से की. उन्होंने सोनिया गांधी पर सीधे- सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री पद की गरिमा के साथ-साथ लोकतांत्रिक परंपराओं को थी ठेस पहुंचायी.        
पूरा देश यूपीए की सरकार को हटाने के लिए एकजुट हो गया है. राज्यों में दिल्ली के कुशासन के खात्मे की होड़ मची है. उन्होंने बिहार से एक भी लालटेन को दिल्ली नहीं भेजने की अपील की. जनसमूह को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि बिहार का प्यार वह भूल नहीं सकते. बिहार का उन पर सवाया अधिकार है. बम खाकर भी उन्होंने हमें नहीं छोड़ा. ऐसे लोगों को वे नमन करते हैं. 
दस वर्षो में कभी नहीं हंसे पीएम : श्री मोदी ने अपने संबोधन की शुरुआत भारत माता के जयकारे व अंगिका में लोगों के अभिवादन से की. उन्होंने कहा कि आज राज्यों में इस बात की होड़ लगी है कि दिल्ली के कुशासन के खात्मे में कौन आगे रहे. हर जगह से लोगों का अपार समर्थन मिल रहा है. लोगों की तप व तपस्या को देख कर मन अभिभूत हो जाता है. लोगों का तप बेकार नहीं जाने देंगे. संजय बारू की किताब पर मनमोहन सिंह की बेटी की आयी प्रतिक्रिया की चर्चा करते हुए श्री मोदी ने कहा कि वे भी इतना मानती हैं कि घर की बात बाहर नहीं जानी चाहिए थी. 
उन्होंने कहा कि मां और बेटे ने मिल कर देश को तबाह कर दिया. संविधान व कोर्ट की परवाह भी सोनिया गांधी को नहीं है. संविधान में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है.
लेकिन मां-बेटे ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से वह आजादी भी छीन ली. प्रधानमंत्री चुप हैं. 10 साल में पीएम कभी हंसे नहीं. उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि पीएम किस पर हंसे और किस पर रोयें. उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि प्रधानमंत्री पर नहीं बोलना चाहिए. सारा पाप मां और बेटे ने किया. 10 साल में मां-बेटे की जोड़ी ने कभी महंगाई, भ्रष्टाचार, किसान, मजदूर, बेरोजगारी, गांव, शहर व बुनकरों की चर्चा नहीं की. कांग्रेस कभी इन गंभीर विषयों पर चर्चा नहीं करती.
आंधी अब सुनामी में बदल गयी है : मोदी ने कहा कि आज आंधी सुनामी में बदल गयी है. अब दिल्ली में कोई कांग्रेस को नहीं बचा सकता. कांग्रेस के अपने पापों से कांग्रेस का घड़ा भर गया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा क एक बार फिर देश की महान संस्कृति, परंपराओं के नाम पर कांग्रेस अपना उल्लू सीधा करना चाहती है लेकिन मैडम वो वक्त चला गया. अब पैसे देकर दिये जा रहे भाषण, गीली-गीली आंखों से बच्चे के लिए कुछ भी मांगो, लेकिन देश की सवा करोड़ जनता के अपने बच्चे भूखे मर रहे हैं. 
अब आपके बेटे के लिए देश अपने बेटे का भविष्य खराब नहीं करेगा. देश अब आपके बेटे का बोझ नहीं उठायेगा. बांग्ला नववर्ष की शुभकामना देते हुए श्री मोदी ने महान साहित्यकार फणीश्वर नाथ रेणु की धरती को नमन किया. उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र तीर्थ की भूमि है, जहां फणीश्वर नाथ रेणु का जन्म हुआ. रेणु ज्ञानमार्गी तो थे लेकिन जब देश में खतरा होता था तो वे संघर्ष भी करते थे.
लोकतंत्र में विश्वास नहीं
सोनिया व राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए श्री मोदी ने कहा कि मां बेटे को लोकतंत्र में भरोसा नहीं है. लोकतंत्र इन लोगों को अच्छा नहीं लगता. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा 2004 में जब यूपीए की सरकार बनी तो बिना किसी कारण के राज्यपालों को हटा दिया गया. बरखास्त कर दिया गया. लोकतंत्र के साथ- साथ न्यायालय के सम्मान का भी ख्याल नहीं रखा. जब देश में अनाज सड़ रहा था तब सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अनाज गरीबों के बीच बांट दिया जाये लेकिन अनाज बांटने के बजाए उसे 80 पैसे किलो शराब कंपनियों को बेच दिया गया. 
क्या यह कोर्ट की तौहीन नहीं है. अनाज सड़ गया किसानों का कलेजा फट गया लेकिन मैडम सोनिया जी व उनके शहजादे को किसी की फिक्र नहीं है. लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति भी ये लोग जिम्मेवार नहीं हैं. राजनीतिक स्वार्थ के खातिर सीबीआइ व आइबी में टकराव पैदा करा दिया. इससे देश की आंतरिक सुरक्षा पर सवाल खड़ा हुआ. सीवीसी के महत्व को कम कर दिया. लोकतंत्र में कैबिनेट सवरेपरि होता है लेकिन शहजादे ने कैबिनेट के फैसले की सार्वजनिक खिल्ली उड़ायी. सिर्फ एक परिवार के हित की राजनति हो रही है. देश के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है. देश  को मां- बेटे मिल कर गुमराह कर रहे हैं.
मनरेगा में 45 लाख लोगों को ही मिला काम
श्री मोदी ने कहा कि राहुल गांधी मनरेगा का गीत हर जगह गाते हैं लेकिन सच यह है कि पांच करोड़ लोगों ने काम के लिए आवेदन दिया लेकिन काम मिला सिर्फ 45 लाख को. उन्होंने कहा कि देश को लुटने नहीं देंगे.
नौजवानों को किया संबोधित
नौजवानों से सीधे-सीधे बात करते हुए श्री मोदी ने कहा कि यह समय जीवन का टर्निग प्वाइंट होता है. जिस तरह 12वीं की परीक्षा को पास करने के बाद आगे का रास्ता खुलता है उसी तरह 18 से 28 साल के बीच जीवन के सारे महत्वपूर्ण निर्णय ले लिए जाते हैं. उन्होंने कहा कि नौजवानों का मौका आया है. 
10 साल आपने इस सरकार को देखा. जिंदगी तबाह हो गयी. क्या आगे भी इसी तरह जिंदगी तबाह होगी. दिल्ली में एक मजबूत सरकार की जरूरत है जो आपके सपनों में रंग भर सके. मजबूत सरकार आपकी बदौलत ही आयेगी. देश ने सरकार बदलने का निर्णय ले लिया है लेकिन वह तभी सफल होगा जब आप आगे आयेंगे. उन्होंने दिल्ली में मजबूत सरकार के लिए एकजुट होने की अपील की. मजबूत सरकार देश को मजबूत करेगा.
इसके पहले भागलपुर में पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने अपने संबोधन में लोगों से महंगाई, भ्रष्टाचार का खात्मा करने व मजबूत भारत के लिए भाजपा को समर्थन देने की अपील की. स्थानीय सांसद व भाजपा प्रत्यशी सैयद शाहनावाज हुसैन ने कहा कि आज गुजरात की दंगे की चर्चा होती है. लेकिन चर्चा तो भागलपुर की भी होनी चाहिए. 
उन्होंने कहा कि भागलपुर की तरक्की व विकास के लिए काम करते रहेंगे. सभा को पूर्व मंत्री राम नारायण मंडल, दिलीप सिन्हा, विधान पार्षद एनके यादव ने भी संबोधित किया. मंच पर विधायक इंजीनियर शैलेन्द्र, अमन पासवान, विनोद नारायण झा, जिलाध्यक्ष नभय कुमार चौधरी सहित अन्य उपस्थित थे. मंच संचालन पूर्व जिलाध्यक्ष नरेश चंद्र मिश्र ने किया. फारबिसगंज में इस मौके पर मंच पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद, प्रत्याशी प्रदीप सिंह, पूर्व सांसद विश्वमोहन कुमार, विधायक आनंदी यादव, पद्म पराग राय वेणु, परमानंद ऋषिदेव, देवयंती यादव आदि मौजूद थीं.